- ट्रॉमा सेंटर की आईसीयू में थी तैनात, कई दिन से खराब थी तबीयत

- दो अन्य भी कोरोना की चपेट में आये

- 208 हुई राजधानी में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या

रुष्टयहृह्रङ्ख : राजधानी में कोरोना पॉजिटिव पेशेंट का मिलना लगातार जारी है। संडे को केजीएमयू की एक नर्स में कोरोना संक्रमण की पुष्टि के बाद हड़कंप मच गया। ट्रॉमा सेंटर के आईसीयू में तैनात नर्स से कई में संक्रमण का खतरा मंडाराने लगा है। वहीं दूसरी ओर, श्रावस्ती के युवक व उरई की महिला में कोरोना की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शनिवार को 166 संदिग्धों के सैंपल भेजे। इनमें कोरोना पॉजिटिव श्रावस्ती निवासी व्यक्ति का 30 वर्षीय बेटा भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। वहीं पीजीआई में बने कोविड हॉस्पिटल में भर्ती मरीज की देर रात मौत हो गई है। उनको कुछ दिन पहले चंदन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था।

तबीयत खराब होने के बावजूद कराई ड्यूटी

बताया जा रहा है कि केजीएमयू के क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग की आईसीयू में तैनात नर्स की तबीयत कई दिन से खराब थी। बावजूद उससे ड्यूटी कराई जा रही थी। शनिवार को उसका सैंपल लैब भेजा गया था। रविवार को आई रिपोर्ट में नर्स के संक्रमित पाए जाने के बाद वहां, डॉक्टर, नर्स, मरीज, तीमारदारों में संक्रमण का खतरा है। इस दौरान क्रिटिकल केयर यूनिट की भर्ती बंद कर दी गई है। वहीं, संक्रमित नर्स को आइसोलेट कर दिया गया है। वहीं, केजीएमयू में शुक्रवार को भर्ती हुए कोरोना पॉजिटिव उरई के डॉक्टर ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं। उनकी पत्नी में भी रविवार को वायरस की पुष्टि हुई है। उन्हें आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट किया गया। वहीं, बेटा-बेटी अभी क्वारंटाइन वार्ड में हैं।

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नर्स में कोरोना पॉजिटिव आया है। ऐसे में क्रिटिकल केयर मेडिसिन की आईसीयू में भर्ती बंद कर दी गई है। नर्स को आइसोलेट कराया गया है।

- डॉ। संदीप तिवारी, प्रवक्ता, केजीएमयू

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इनसेट -

लखनऊ की पहली कोरोना मरीज ने दान किया प्लाज्मा

शहर की पहली कोरोना मरीज भी जिंदगी बचाने के लिए आगे आई। पेशे से चिकित्सक महिला कनाडा से लौटी थीं। इसके बाद वह संक्रमण की चपेट में आई। रविवार को उन्होंने केजीएमयू की ब्लड ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग में अपना प्लाज्मा दान किया। बीमारी से ठीक हो चुकी महिला डॉक्टर में 11 मार्च को कोरोना की पुष्टि हुई थी। डॉ। डी हिमांशु के मुताबिक, महिला डॉक्टर का प्लाज्मा अब गंभीर मरीज की जिंदगी बचाने के काम आएगा। उनके मुताबिक तीन कोरोना सर्वाइवर ने प्लाज्मा दान किया है। इसमें दो का ब्लड ग्रुप बी पॉजिटिव व महिला डॉक्टर का ओ पॉजिटिव है। इसी ग्रुप के कोरोना संक्रमित मरीज को शुक्रवार को भर्ती किया गया। वह ऑक्सीजन सपोर्ट पर है। उरई में चिकित्सक हैं। आवश्यकता पड़ने पर उनमें प्लाज्मा थेरेपी की जाएगी।