- डॉक्टर्स के अनुसार कोरोना के कारण बदल रही दिल की संरचना
- हार्ट पेशेंट्स को और भी ज्यादा सतर्क रहने की है जरूरत
LUCKNOW: हार्ट पेशेंट्स के लिए कोरोना वायरस सर्वाधिक खतरनाक साबित हो रहा है। चीन में की गई एक रिसर्च के अनुसार कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके लोग अगर हार्ट पेशेंट हैं, तो उनमें इसके दोबारा संक्रमण की आशंका रहती है। वहीं जर्मनी की यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल फ्रैंकफर्ट ने एक रिसर्च में कहा गया है कि कोरोना संक्रमित 100 में से 80 मरीजों की एमआरआई जांच से सामने आया है कि उनके दिल की संरचना में परिवर्तन हुआ है। ऐसे में इस समय हार्ट पेशेंट्स को इस समय बेहद सतर्क रहने की जरूरत है।
हार्ट की पंपिंग होती है कमजोर
लारी कार्डियोलॉजी के हार्ट स्पेशलिस्ट डॉ। अक्षय प्रधान के अनुसार कोरोना हार्ट की मांसपेशियों की सूजन बढ़ा देता है, जिससे मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं और वे ब्लॉक हो जाती हैं। जिससे मरीज को हाई अटैक होता है और वह फॉलिस का भी शिकार हो जाता है। कोरोना के कारण हार्ट वीट भी प्रभावित होती है। चीन के बुहान में की गई एक रिसर्च में सामने आया है कि हार्ट पेशेंट्स में कोरोना के कारण डेथ रेट ज्यादा है।
क्यों है ज्यादा खतरनाक
- नार्मल मरीज में सर्दी, जुकाम आसानी से ठीक हो जाता है लेकिन हार्ट पेशेंट्स की इससे सांस फूलने लगती है और उनकी मौत होने का खतरा बढ़ जाता है।
- कई बार मरीज के परिजन हार्ट अटैक होने के शक में उसे अस्पताल लाते हैं लेकिन बाद में पता चलता है कि मरीज को हार्ट अटैक नहीं कोरोना के चलते क्लॉटिंग हुई है।
दिल पर पड़ रहा असर
लोहिया संस्थान के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ। भुवन तिवारी के अनुसार हार्ट पेशेंट किसी भी उम्र का हो उसके हार्ट की पंपिंग कमजोर हो जाती है। जब कोरोना फेफड़ों पर असर करता है तो उसका असर हार्ट पर भी देखने को मिलता है। कुछ मरीजों की जब इंजियोग्राफी की गई तो उनकी हार्ट की वेंस नार्मल दिखी, लेकिन उनमें लक्षण हार्ट अटैक के थे। यह उनकी हार्ट मसल्स में सूजन या क्लॉट होने से हुआ।
बदल गई दिल की संरचना
डॉ। प्रधान ने बताया कि कई रिसर्च में सामने आया है कि जिन्हें कोरोना हुआ, उनकी दिल की संरचना में बदलाव आया है। इसका कारण क्या है, इसे अभी नहीं कहा जा सकता। इस पर और रिसर्च करने की जरूरत है। मैं तो यही कहूंगा कि इस समय जरा सी भी प्रॉब्लम होने पर हार्ट पेशेंट डॉक्टर से संपर्क करें।
बाक्स
ये रखें सावधानियां
- घर पर रहें और कोई टेंशन न लें
- समय पर सभी दवाएं लेते रहें
- अच्छी खुराक और पूरी नींद लें
- वाकिंग और एक्सरसाइज रोज करें
- आम लोगों के मुकाबले अपना अधिक ध्यान रखें
कोट
हार्ट पेशेंट्स के लिए कोरोना वायरस बेहद खतरनाक साबित हो रहा है। ऐसे में दिल के मरीजों का और भी ज्यादा सतर्क रहना जरूरी है। वे समय पर दवाएं लेते रहें।
डॉ। अक्षय प्रधान, हार्ट स्पेशलिस्ट
लारी कार्डियोलॉजी
दिल की बीमारी से मांशपेशियां और पंपिंग कमजोर हो जाती है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन पर असर पड़ता है। ऐसे में यह वायरस हार्ट पेशेंट के लिए ज्यादा खतरनाक है।
डॉ। भुवन तिवारी, एचओडी कार्डियोलॉजी विभाग
लोहिया संस्थान