लखनऊ (ब्यूरो)। कोरोना के खतरे को देखते हुए सरकारी अस्पतालों की इमरजेंसी में भर्ती से पहले मरीजों की कोविड जांच की जायेगी। कोविड के मामले न होने से जांच बंद थी, लेकिन अब यह जांच दोबारा शुरू कर दी गई है। इसके तहत एंटीजन जांच की जायेगी। रिपोर्ट पॉजिटिव और लक्षण नजर आने पर आरटीपीसाआर जांच कराई जायेगी। कोई भी पॉजिटिव आता है तो उसे अलग भर्ती किया जाएगा।

बलरामपुर अस्पताल में जांच शुरू

बलरामपुर अस्पताल की इमरजेंसी में रोजाना करीब 200 से अधिक मरीज आते हैं, जिसमें करीब 70-80 मरीज भर्ती होते हैं। अभी तक बिना कोविड जांच के ही मरीज भर्ती हो रहे थे। पर कोरोना के नए वैरिएंट के खतरे से निपटने के लिए भर्ती मरीजों की जांच के निर्देश दिए गए हैं। लक्षण वाले व बुखार के मरीजों की जरूर जांच कराई जाएगी। सीएमएस डॉ। जीपी गुप्ता के मुताबिक, इमरजेंसी में भर्ती होने वाले मरीजों की जांच शुरू कर दी गई है।

डॉक्टर और स्टाफ की ड्यूटी तय

सिविल अस्पताल की इमरजेंसी में रोजाना 50-60 मरीज आते हैं, जिसमें 10-15 मरीजों को भर्ती करना पड़ता है। सीएमएस डॉ। आरपी सिंह के मुताबिक, इमरजेंसी में भर्ती मरीजों की एंटीजेन जांच कराई जा रही है। जो लक्षण वाले मरीज हैं, उनका सैंपल लेकर आरटीपीसीआर जांच कराई जा रही है। राहत की बात यह है कि कोई भी मरीज अभी तक पॉजिटिव नहीं मिल रहा है। कोरोना को देखते हुए 30 बेड का आइसोलेशन वार्ड तैयार किया गया है। वहीं, लोकबंधु अस्पताल के एमएस डॉ। अजय शंकर ने बताया कि इमरजेंसी में आरटीपीसीआर व एंटीजेन दोनों जांच हो रही हैं। जिन मरीजों में लक्षण नजर आ रहे है, उनकी आरटीपीसीआर जांच कराई जा रही है। कोविड मरीजों के लिए अलग से वार्ड तैयार किया जा चुका है। साथ ही डॉक्टर और स्टाफ की ड्यूटी भी तय कर दी गई।