लखनऊ (ब्यूरो)। बॉडी को फिट रखने के लिए साइकिलिंग एक बहुत कारगर एक्सरसाइज है। 15 मिनट की साइकिलिंग वजन मेनटेन रखने के साथ-साथ स्ट्रेस और हार्ट, फेफड़े, ब्लड वेसेल्स, नर्व्स को भी दुरुस्त रखता है। एक्सपर्ट की मानें तो अडल्ट्स, बच्चों के साथ-साथ महिलाओं को फिट रहने के लिए साइकिलिंग करनी चाहिए। अक्सर महिलाएं सारा दिन घर के काम में लगी रहती हैं, ऐसे में कई बार उनकी हेल्थ नजरअंदाज हो जाती हैं। पुरुषों व बच्चों की तरह 24 घंटे में से 15 मिनट निकाल कर सुबह साइकिलिंग करने से उनकी फिटनेस तो बढ़ेगी ही, साथ ही मेंटल हेल्थ भी बेहतर होगी। इसी को देखते हुए फन और फिटनेस का कॉम्बो लिए ओमनी जेल एंड ग्रीन गैस लिमिटेड प्रेजेंट्स दैनिक जागरण आईनेक्स्ट बाइकथॉन सीजन 15 का आयोजन लखनऊ में होने वाला है। प्रोग्राम के जरिए डीजे आईनेक्स्ट हर किसी को साइकिलिंग के जरिए फिट रहने को प्रेरित करता है।

मसल्स व बोन करता है फिट

एक्सपर्ट्स का कहना है कि साइकिलिंग दुनिया में की जाने वाली दूसरी सबसे अच्छी एक्सरसाइज है। महिलाएं अगर साइकिलिंग करती हैं तो इससे उनकी मसल्स और बोन हेल्दी रहती हैं। यह फिट रहने का सबसे बढ़िया तरीका है। आजकल लोगों की जिंदगी जिस तरह फोन पर सिमट गई है, उस लिहाज से यह बेस्ट एक्सरसाइज है।

ब्लड प्रेशर व हार्ट डिजीज का खतरा कम

महिलाओं को भी साइकिलिंग की आदत डालनी चाहिए। यह सबसे सेफ स्पोर्ट है। साइकिलिंग का सबसे ज्यादा फायदा कार्डियोवस्कुलर सिस्टम को होता है। इससे ब्लड सर्कुलेशन सही रहता है। महिलाओं में हार्ट डिजीज का खतरा कम हो जाता है। डायबिटीज और ब्लड प्रेशर भी नॉर्मल रहता है। इसके अलावा बॉडी का इम्युन सिस्टम मजबूत होता है। बॉडी की पेन सहने की क्षमता बढ़ जाती है और अंदरूनी फिटनेस को लेकर पॉजिटिव सोच आती है।

इन फायदों पर भी करें गौर

-साइकिल चलाने से ब्रेन में कैपिलरी बेड्स उत्पन्न होते हैं, जो जरूरी मसल्स को ब्लड और ऑक्जीशन पंप करने में हेल्प करता है।

-साइकिलिंग हार्ट के लिए बहुत अच्छी एक्सरसाइज है। इसके अलावा मसल्स, जॉइंट्स मजबूत होते हैं।

-साइकिलिंग से बॉडी में हॉर्मोन बनते हैं, जिनसे स्ट्रेस दूर होता है और मेंटल हेल्थ भी अच्छी रहती है।

-साइकिलिंग का सही पॉश्चर बैक पेन से निजात दिलाता है। वेस्टलाइन प्रॉब्लम्स के लिए साइकिल से अच्छी एक्सरसाइज नहीं है।

-अगर आप ग्रुप साइकिलिंग करते हैं, तो इससे सोशल गेदरिंग होती है। स्ट्रेस दूर होता है।

-फिजिकली फिट रहने से लोगों में बुढ़ापे असर देर से होता है। आप नेचर के ज्यादा करीब होते हैं, जिससे एंवायरमेंट की सुरक्षा को भी आप तरजीह देते हैं।

महिलाओं के कोट्स

महिलाओं का फिट रहना पुरुषों और बच्चों के जितना ही जरूरी है। साइकिलिंग एक शानदार एक्सरसाइज है। मैं हर संडे साइकिलिंग करती हूं और फिट रहती हूं।

-प्रकीर्तिता दामोदर पांडेय, अध्यक्ष, लायंस अस्तित्व

मुझे लगता है कि बढ़ती उम्र के साथ शरीर को स्वस्थ रखना बड़ा चैलेंज है। ऐसे में महिलाओं को भी अपनी दिनचर्या में साइकिलिंग को शामिल करना चाहिए। इससे नेचर से जुड़ने का भी मौका मिलता है।

-हेमा खत्री, अध्यक्ष, मध्यम सामाजिक संस्थान

आजकल फिटनेस को लेकर जागरूकता बढ़ी है। कई महिलाओं के ग्रुप हैं जो साइकिलिंग को प्रमोट कर रहे हैं। उनसे जुड़िए और फिट रहकर जिंदगी को नए नजरिए से देखिए। मैंने तो साइकिलिंग करना शुरू कर दिया है।

-रेनू गुप्ता, लियना इवेंट क्लब