लखनऊ (ब्यूरो)। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने शुक्रवार को बलरामपुर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण में उन्हें कमियां मिलीं। नाराजगी जाहिर करते हुएए व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए। इमरजेंसी में स्ट्रेचर पर लेटे मरीज को 40 मिनट बाद भी वार्ड में शिफ्ट न किया जाने पर नाराजगी जाहिर की। इमरजेंसी मेडिकल अफसर को तुरंत मरीज की भर्ती प्रक्रिया पूरी करने की हिदायत दी।

अस्पताल में मचा हड़कंप

शुक्रवार सुबह डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक मास्क लगाये अकेले बलरामपुर अस्पताल की इमजरेंसी पहुंचे। कैजुअल्टी के बाहर कई मरीज स्ट्रेचर पर लेटे थे। पहले तो अधिकारी और कर्मचारी पहचान नहीं पाए लेकिन जैसे ही पता चला कि डिप्टी सीएम आये हैं, तो अस्पताल में हड़कंप मच गया। निदेशक और सीएमएस समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए।

इन्हें शिफ्ट क्यों नहीं किया

डिप्टी सीएम ने इमरजेंसी मेडिकल अफसर से मरीजों को वार्ड में शिफ्ट न करने का कारण पूछा। जिसका जवाब डॉक्टर नहीं दे पाए। एक मरीज के इलाज संबंधी कागज देखे। मरीज साढ़े नौ बजे आया था। जिसे दस बजे के बाद भी वार्ड में शिफ्ट नहीं किया जा सका। इस पर उन्होंने कहा, यदि मरीज को 40 मिनट बाद भी इलाज शुरू नहीं हो पा रहा है तो यह चिंता का विषय है।

व्यवस्था दुरुस्त के दिए निर्देश

इसके बाद डिप्टी सीएम इमरजेंसी रजिस्ट्रेशन रूम पहुंचे। जहां अलमारी में चाय के जूठे कप थे। कम्प्यूटर के आसपास धूल थी। उन्होंने तत्काल सफाई के निर्देश दिए। उन्होंने इमरजेंसी ऑपरेशन थिएटर के पहले हॉल में अंधेरा होने पर नाराजगी जाहिर की। भवन में कई हिस्सों में टाइल्स टूटे थे। पानी व बिजली की पाइप लाइन गड़बड़ थी। जिसे ठीक कराने के निर्देश दिए।

चिकित्सा महानिदेशक को किया फोन

जिसके बाद डिप्टी सीएम ने इस संबंध में महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डॉ। लिली सिंह से फोन पर बात कर जल्द अस्पताल की समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए।

बाहर की दवा तो नहीं लिख रहे डॉक्टर

डॉक्टर मरीज को बाहर की दवा तो नहीं लिख रहे हैं। यदि लिख रहे हैं तो बिना डरे बताएं। डिप्टी सीएम ने इमरजेंसी में भर्ती मरीज के तीमारदारों से कुछ ऐसे ही सवाल किस। तीमारदारों ने दवा व जांच अस्पताल से लिखे जाने की बात कही। पीडियाट्रिक इंटेसिव केयर यूनिट व सुपर स्पेशिलिटी विभाग का भी उन्होंने निरीक्षण किया। निदेशक डॉ। रमेश गोयल, सीएमएस डॉ। जीपी गुप्ता और चिकित्सा अधीक्षक डॉ। हिमांशु चतुर्वेदी को नियमित राउंड लेने व मरीजों की सुविधाओं को बेहतर करने की हिदायत दी।

अस्पताल का सर्वे कराया जा रहा है। जिसकी रिपोर्ट शासन को प्रेषित कर सुधार किया जाएगा।

-डॉ। जीपी गुप्ता, सीएमएस बलरामपुर अस्पताल