लखनऊ (ब्यूरो)। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक मंगलवार को बिना सुरक्षाकर्मियों के अचानक ट्रॉमा सेंटर पहुंचे और चुपचाप पर्चा बनवाने के लिए काउंटर की लाइन में लग गए। वे मास्क लगाए थे, ताकि उन्हें कोई पहचान न सके। इस दौरान पर्चा बनवाने के लिए लाइन में खड़े कुछ लोगों से वे बात भी करते रहे। तभी उधर ने ट्रॉमा के पीआरओ वहां से निकले और उन्होंने डिप्टी सीएम को पहचान लिया और तुरंत इसकी सूचना बड़े अधिकारियों को दी। जिसके बाद सभी अधिकारी अलर्ट मोड पर आ गए।

12 बजे तक कितने मरीज आए

डिप्टी सीएम ने यहां सबसे पहले अधिकारियों से स्ट्रेचर और दवाओं के बारे में जानकारी हासिल की। इसके बाद उन्होंने पूछा कि आज 12 बजे तक कितने मरीज आए। जब डिप्टी सीएम ट्रायज एरिया पहुंचे तो उसी समय सीएमएस डॉ। संदीप तिवारी भी वहां आ गए। डिप्टी सीएम ने वहां एक जगह भरे पानी को लेकर नाराजगी जताई और कहा कि क्या इससे मरीजों को असुविधा नहीं होती है। इस पर डॉ। तिवारी ने उन्हें बताया कि यहां कर्मचारी एंबुलेंस की धुलाई करते हैं। इस पर डिप्टी सीएम ने आदेश दिया कि अब यहां एंबुलेंस नहीं धोई जाएंगी। वहीं ओपीडी पहुंचकर डिप्टी सीएम ने यहां कांस्ट्रक्शन वर्क के चलते हो रही दिक्कत दूर करने का आदेश दिया।

रजिस्ट्रेशन नंबर की खुली पोल

निरीक्षण के दौरान एक महिला डिप्टी सीएम के पास आई और बोली, देखिए यहां रजिस्ट्रेशन के लिए जो टेलीफोन नंबर दिया गया है, वह लगता ही नहीं है। इस पर डिप्टी सीएम ने तुरंत रजिस्ट्रेशन के लिए जारी किए गए 0522-2258880 नंबर पर फोन किया। 10 मिनट के दौरान उन्होंने कई बार नंबर डायल किया लेकिन एक बार भी नंबर नहीं लगा। इससे नाराज होकर वे तुरंत पीएचआई भवन के कॉल सेंटर पहुंचे। वहां उन्होंने देखा सिर्फ दो लाइनों पर ही बात हो रही है। जब उन्होंने इस पर पूछताछ की तो कर्मचारी इसका जवाब नहीं दे सके। इससे भड़के डिप्टी सीएम ने एजेंसी को हटाने की चेतावनी भी दे दी।

डॉक्टर का काम मरीज देखना है

इस मामले पर डिप्टी सीएम को जब केजीएमयू के अधिकारी जवाब नहीं दे सके। वे बस इतना बोले, आईटी सेल के इंचार्ज से बात की जाएगी। इस पर ब्रजेश पाठक ने कहा, डॉक्टर का काम मरीज देखना और इंजेक्शन लगाना है, वो टेक्निकल चीजों को क्या जानें। इस पर अधिकारियों ने कहा, डॉक्टर मॉनीटरिंग के लिए हैं। बाद में डिप्टी सीएम ने एजेंसी को भुगतान प्रति कॉल के हिसाब से करने के साथ हर कॉल की जानकारी दर्ज करने के लिए कहा है। डिप्टी सीएम ने कॉल सेंटर की पूरी रिपोर्ट शाम तक उपलब्ध कराने को कहा।

हमारा तो नंबर ही नहीं आ रहा है

जब डिप्टी सीएम ओपीडी का निरीक्षण कर रहे थे तो कई मरीजों ने उन्हें बताया कि वे सुबह से अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं लेकिन नंबर नहीं आ रहा है। इस पर डिप्टी सीएम ने अधिकारियों को व्यवस्था सुधारने की चेतावनी दी और टोकन सिस्टम शुरू करने का आदेश दिया।

राड की लाइट में देखते मिले एक्सरे

डिप्टी सीएम जब न्यू ओपीडी ब्लॉक पहुंचे तो वहां उन्हें डॉक्टर रॉड की रोशनी में एक्सरे फिल्म देखते मिले। जब उन्होंने इस पर डॉक्टरों से बात की तो उन्हें बताया गया कि एक्सरे व्यू बॉक्स खराब हैं तो डिप्टी सीएम ने डॉ। एसएन शंखवार को तत्काल सभी कमियां ठीक करने का सख्त निर्देश दिया।

कमरों में उखड़ा प्लास्टर

ब्रजेश पाठक को ओपीडी के कई कमरों में प्लास्ट उखड़ा मिला, जिसे ठीक करने का निर्देश दिया और कहा संस्थान में व्हीलचेयर की पर्याप्त व्यवस्था रखी जाए। जो भी दवा लिखी जाए, वह संस्थान में ही मिले। पूरे परिसर में सफाई व्यवस्था को पूरी तरह दुरुस्त रखा जाए।

डिप्टी सीएम ने यहां टोकन सिस्टम करने के लिए कहा है। जो कमियां हैं, उन्हें दूर कर रजिस्ट्रेशन सिस्टम को दुरुस्त किया जाएगा, ताकि मरीजों को कोई समस्या न हो।

डॉ संदीप तिवारी, ट्रामा सीएमएस