- 14 वर्ष की नाबालिग को बनाया वोटर और लिस्ट में उम्र 129 वर्ष

- आधार कार्ड पर नाबालिग और वोटर लिस्ट में कर दिया बालिग

- डीएम ने भी पोलिंग बूथ पर पकड़ा वोट देने आए नाबालिग को

LUCKNOW: निर्वाचन आयोग द्वारा तैयार की गई वोटर लिस्ट में कई अजब-गजब मामले देखने को मिल रहे हैं। कहीं वोटर्स के नाम गायब हैं तो कहीं आईडी के नाम से वोटर लिस्ट के नाम में ही परिवर्तन है। खामियों के बीच पंचायत चुनाव में कई ऐसे मामले मिले हैं जिसमें नाबालिग को वोटर लिस्ट में न केवल वोटर बना दिया गया बल्कि उनकी उम्र में कई गुना अंतर अंकित कर दिया। ऐसे कई मामले पहले चरण के चुनाव में प्रकाश में आए। खुद डीएम ने पोलिंग बूथ पर कई नाबालिगों रोका। जिनके नाम तो लिस्ट में था लेकिन वह बालिग होने का कोई प्रमाण पत्र नहीं दिखा सके। जिससे उन्हें वोट देने से रोक दिया गया।

14 वर्ष की बच्ची बन गई वोटर

चिनहट के जुग्गौर मतदान केंद्र पर कई बच्चों को एक ग्रुप वोट देने पहुंचा। लाइन में लगने से पहले ही सुरक्षा ड्यूटी में तैनात पुलिस कर्मियों ने उन्हें रोक दिया। जब उनके वोटर होने का साबूत मांगा गया तो उन्होंने वोटर लिस्ट से मिली पर्ची तो दिखा दी। जिसमें एक चौदह वर्ष की बच्ची रूचि के नाम पर थी। वार्ड नंबर एक में रहने वाली रूचि की उम्र वोटर लिस्ट में 129 वर्ष अंकित थी। जबकि उसके पास बालिग होने का कोई भी प्रमाण पत्र नहीं था। रूचि जुग्गौर के प्राथमिक विद्यालय में 8वीं क्लास की स्टूडेंट है।

आधार में नाबालिग वोटर लिस्ट में बालिग

जुग्गौर मतदान केंद्र में वोट देने पहुंचे अनुज यादव और पिंकी के साथ तमाम ऐसे बच्चे थे। अनुज की आधार कार्ड में जन्म तिथि 1999 अंकित है। जन्म तिथि के आधार पर उसकी उम्र 17 वर्ष है जबकि संविधान में वोट का अधिकार 18 वर्ष के लोगों को है। अनुज का वोट लिस्ट में नाम था जिसके आधार पर वह वोट देने पहुंचा था। यहीं कहानी पिंकी की भी थी। उसकी जन्म तिथि 2001 है। जबकि वोटर लिस्ट में उसे भी वोटर बना दिया गया। मतदान केंद्र पर तैनात पुलिस कर्मियों ने उन्हें रोक लिया और प्रमाण पत्र न दे पाने वोट नहीं दे सके। उनकी पूरी डिटेल नोट कर उन्हें घर वापस भेज दिया गया। डीएम राजशेखर ने भी कई बूथ पर नाबालिग को रोका और उनसे वोटर लिस्ट के संबंध में जानकारी की। डीएम ने निर्देश दिए कि ऐसे नाबालिगों को पोलिंग बूथ पर रोक कर उसकी पूरी डिटेल नोट की जाए। उनके खिलाफ किसी तरह की कोई कार्यवाही नहीं की जाए।