लखनऊ (ब्यूरो)। गाजीपुर में जिला विद्यालय निरीक्षण ओम प्रकाश राय और उनकी पत्नी शशि राय संग चार लोगों पर महानगर थाने में धोखाधड़ी और साजिश रचने का केस दर्ज कराया गया है। आरोप है कि जालसाजों ने रियल एस्टेट कंपनी में हिस्सेदार बनाने के नाम पर सात करोड़ हड़प लिए। वहीं आपत्ति पर रिश्तेदार किसान नेता के नाम पर धमकी देते रहे। पीड़ित की तहरीर पर महानगर थाने में केस दर्ज किया गया है।

साइट में पैसा इंवेस्ट करने का झांसा

इंस्पेक्टर महानगर केशव कुमार तिवारी ने अनुसार निशातगंज निवासी दीपक राय ने तहरीर दी है कि उनके बाबा ने पैतृक जमीन जो सुल्तानपुर रोड बगियामऊ में थी, उसे अंसल के हाथों साढ़े सात करोड़ में बेचा था। इसके बाद उनकी मुलाकात मऊ के ठाकुर गांव निवासी प्रवीण कुमार राय से हुई। प्रवीण ने अपने बड़े भाई विनय उर्फ बंटी का परिचय किसान मोर्चा के अध्यक्ष के रूप में कराया और बताया कि इनके सहयोग से बाराबंकी में एक साइड पर शशि इंफ्रा प्रा। लि। के नाम से काम शुरू किया गया है। प्रवीण ने इसमें पैसा लगाने को कहा। जब कंपनी के बारे में पूछा गया तो बताया गया कि इसका मुख्य व्यक्ति ओपी राय है जो गाजीपुर में डीआईओएस के पद पर है।

पत्नी चलाती हैं कंपनी

दीपक को बताया गया कि डीआईओएस के पत्नी शशि राय कंपनी की असली मालिक हैं। कंपनी में इन्हीं के जरिए पूंजी लगाई गई है। इसके बाद कंपनी में हिस्सेदार बनने के लिए शेयर भी तय कर दिए गए। 50 प्रतिशत शेयर अशोक राय , 20 प्रतिशत शशि राय और 30 प्रतिशत प्रवीण राय को हिस्सेदारी दी गई।

सात करोड़ का किया निवेश

पीड़ित के अनुसार इसी हिस्सेदारी के बेस पर नई कंपनी एएसआर ग्रीन बनाकर उसका रजिस्ट्रेशन कराया गया। धीरे-धीरे उन्होंने कंपनी में सात करोड़ रुपए निवेश किए। आरोप है कि चारों ने मिलकर मनमाने तरीके से पैसा खर्च किया और जब उन्होंने इस संबंध में पूछताछ की तो प्रवीण और विनय उन्हें धमकियां देने लगे। विरोध करने पर उनके साथ अभद्रता भी की गई।

चुनाव के नाम पर मांगे 4 करोड़

आरोप है कि इसी दौरान विनय ने कहा कि हमें मधुवन से एक पार्टी टिकट दे रही है। इसके बाद निर्दलीय चुनाव के नाम पर ढाई करोड़ का घपला कर दिया गया। जब छानबीन की गई तो पता चला कि प्रवीण ने पैसा अपने संबंधियों को दे दिया है। आरोप है कि चारों ने मिलकर करोड़ों रुपए हड़पने की साजिश रची थी। इंस्पेक्टर महानगर केशव कुमार तिवारी ने बताया कि तहरीर पर डीआईओएस ओम प्रकाश राय, शशि राय, प्रवीण राय, विनय राय पर साजिश रचने कूटरचित दस्तावेज तैयार करने, धमकी देने सहित कई संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।