लखनऊ (ब्यूरो)। मंडलायुक्त डॉ। रोशन जैकब ने सोमवार को चिनहट स्थित भरवारा झील, कठौता झील और वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि झील से निकली सिल्ट की साफ सफाई तेजी से कराई जाए। इसके लिए मैन पावर और मशीनों की संख्या की बढ़ोतरी करा ली जाए।

पंपिंग स्टेशन का भी जायजा लिया

उन्होंने वाटर ट्रीटमेंट प्लांट (पंपिंग स्टेशन) का भी जायजा लिया। संंबंधित अधिकारियों ने बताया कि भरवारा झील की 365 एमएलडी पानी स्टोरेज की क्षमता है, जबकि कठौता झील की 845 एमएलडी पानी स्टोरेज की क्षमता है। जलकल विभाग के अधिकारियों द्वारा बताया गया कि झील की साफ-सफाई के लिए एस्टीमेट बना लिया गया है। इस पर मंडलायुक्त ने निर्देश दिए कि जो भी कार्य कराए जा रहे हैैं, उनकी मॉनीटरिंग भी की जाए, जिससे लापरवाही न हो।

रोड की तुरंत मरम्मत कराई जाए

निरीक्षण के दौरान वाटर ट्रीटमेंट प्लांट (विनम्र खंड) गोमती नगर के सामने की सड़क टूटी फूटी मिलने पर मंडलायुक्त ने तत्काल एलडीए के संबंधित अधिकारी से फोन पर वार्ता की और निर्देश दिए कि जल्द से जल्द रोड का मेंटीनेंस करा लिया जाए। निरीक्षण में नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह आदि मौजूद रहे।

मटियारी, चिनहट और कोनेश्वर चौराहे से शुक्रवार तक हटे अतिक्रमण

मंडलायुक्त डॉ। रोशन जैकब ने स्मार्ट सिटी ऑफिस के सभागार में स्मार्ट सिटी कार्यों की समीक्षा की। मंडलायुक्त डॉ। रोशन जैकब ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि स्मार्ट सिटी द्वारा किए जा रहे कार्यों की मॉनिटरिंग करते रहें। अगर ठेकेदार निर्माणाधीन कार्य में शिथिलता बरत रहे हैं तो उनके खिलाफ भी कठोरतम कार्रवाई करें। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि शुक्रवार तक मटियारी, चिनहट और कोनेश्वर चौराहे के आसपास अतिक्रमण हटा लिए जाएं।

झूलते तारों को ठीक किया जाए

मंडलायुक्त ने निर्देश दिए कि इलेक्ट्रिकल विंग, ढीलेे बिजली पोल की शिफ्टिंग और झूलते तारों कोटाइट किया जाए। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी द्वारा बनाए गए पुलिस कियास्क में टॉयलेट की वाटर सप्लाई और एसी की भी व्यवस्था कराया जाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि अगले सोमवार को स्मार्ट सिटी द्वारा चौराहों एवं सड़कों के कराए जा रहे सिविल कार्यों का निरीक्षण किया जाएगा। अगर इस बार निरीक्षण के दौरान कार्य अधूरा मिलता है तो संबंधित को बख्शा नहीं जाएगा।