- बिना डॉक्टर की सलाह के न खाएं डायरिया की दवा

LUCKNOW:

हाल में ही बालू अड्डा व नटखेड़ा आदि इलाकों में डायरिया का प्रकोप देखने को मिला है। एक्सपर्ट का मानना है कि दूषित पानी और खानपान से होने वाला डायरिया का इलाज तत्काल होने के साथ इसका सही कारण भी जानना जरूरी है। साथ ही लोगों को बिना डॉक्टरी सलाह के कोई भी दवा खासकर एंटीबायोटिक लेने से बचना चाहिए।

कम्युनिटी सर्विलांस जरूरी

केजीएमयू की माइक्रोबायोलॉजिस्ट डॉ। शीतल वर्मा के मुताबिक पानी जैसा दस्त लगातार होना डायरिया का लक्षण है। इसके और भी कारण वायरस, बैक्टीरिया, फंगस या पैरासाइट की वजह से हो सकते हैं। ऐसे में डायरिया होने की असल वजह जानना जरूरी है, क्योंकि इससे ट्रीटमेंट में फायदा होता है। बालू अड्डा में जो विब्रिया कॉलरी बैक्टीरिया मिला है वह भी डायरिया का बड़ा कारण है। ऐसे में आउटब्रेक होने पर कम्युनिटी सर्विलांस होना जरूरी है।

बिना सलाह न लें एंटीबायोटिक

डॉ। शीतल ने बताया कि कई स्टडीज के मुताबिक डायरिया आमतौर पर वायरल के कारण होता है। ऐसे में लोगों को सलाह दी जाती है कि बिना डॉक्टर परामर्श के खुद से कोई एंटीबायोटिक न लें। बिना कारण जाने और डॉक्टरी सलाह के कोई भी दवा लेना सही नहीं होता है।

बैक्टीरिया की पहचान जरूरी

डॉक्टर्स की माने तो सही बैक्टिरिया की पहचान के लिए कल्चर टेस्ट कराना जरूरी है। जिसमें क्लीनिकल माइक्रोबायोलॉजिस्ट डायरिया होने के सही कारण बताएंगे। इससे मरीज का इलाज आसान हो जाएगा।

कोट

डायरिया होने के कई कारण हो सकते हैं। इसके लिए सैंपल का टेस्ट करना जरूरी है। लोगों को बिना डॉक्टर की सलाह से कोई भी एंटीबायोटिक नहीं खानी चाहिए।

डॉ। शीतल वर्मा, माइक्रोबायोलॉजिस्ट, केजीएमयू