- केजीएमयू के कुलपति बोले-भारत में कोरोना से मृत्युदर एक फीसद से भी कम

रुष्टयहृह्रङ्ख : कोविड-19 वायरस संक्रमण की दर अन्य देशों की तुलना में भारत में बहुत कम है। कोरोना की वजह से देश में सिर्फ दो फीसद मरीजों को ही गंभीर खतरा है। वह भी उन्हें, जो पहले से किसी गंभीर बीमारी मधुमेह, ब्लडप्रेशर, कैंसर, टीबी, अस्थमा, हार्ट इत्यादि से पीडि़त हैं। अभी तक यह देखा गया है कि देश में 60 से 80 फीसद मरीज ए-सिंपटोमेटिक हैं। इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है। यह जानकारी केजीएमयू के कुलपति डॉ। एमएलबी भट्ट ने बुधवार को वीडियो क्रांफ्रेंसिंग के जरिये प्रेसवार्ता में दी। उन्होंने कहा कि हल्दी, अदरक, तुलसी, कालीमिर्च, गर्मपानी, काढ़ा, नींबू, संतरा इत्यादि का नियमित रूप से सेवन कोरोना को हरा सकता है।

बच्चे भी कोरोना को दे रहे मात

कुलपति ने कहा कि अभी तक यह माना जा रहा था कि गर्भवतियों और बच्चों को कोरोना से ज्यादा खतरा है, लेकिन अपने देश में गर्भवती महिलाएं भी जल्दी कोरोना संक्रमण से मुक्त हो रही हैं। केजीएमयू में छह से आठ महीने की दो गर्भवती मात्र दो-तीन हफ्ते में डिस्चार्ज हुईं। इसके अलावा ढाई माह के एक बच्चे ने भी कोरोना को मात दी। इसलिए घबराएं नहीं, शारीरिक दूरी का पालन करें। हैंड हाईजीन का ध्यान रखें। कहीं इमरजेंसी में बाहर निकलें तो मास्क जरूर लगाएं। भीड़-भाड़ में जाने से बचें। खाने-पीने में फाइबर, विटामिन एवं प्रोटीनयुक्त खाद्य पदार्थ का सेवन जरूर करें।