लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी पुलिस जहां आम लोगों की एफआईआर दर्ज करने में उन्हें नाकों चने चबाने को मजबूर कर देती है, तो वहीं रसूखदार लोगों की जांच पड़ताल किए बिना ही न केवल विपक्षी को माफिया का गुर्गा घोषित कर देती है, बल्कि उसके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज हो जाती है। ऐसा ही एक मामला सुशांत गोल्फ सिटी में सामने आया है। जनवरी 2022 में एक मुकदमा दर्ज किया गया, जिसमें पीडि़त ने बिल्डर पर 30 लाख रुपये लेकर भी फ्लैट न देने का आरोप लगाया था। पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद चार्जशीट दाखिल की है। वहीं, दूसरा मुकदमा 14 मार्च 2023 को बिल्डर ने पीडि़त पर दर्ज कराया और आरोप लगाया कि माफिया की धमकी देकर उससे 60 लाख रुपये रंगदारी मांगी जा रही हैै।

बिल्डर के खिलाफ पहले ही चार्जशीट

सुशांत गोल्फ सिटी थाने में मंगलवार को पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री व बिल्डर नटवर गोयल ने 14 मार्च को एक मुकदमा दर्ज कराया था। उनका आरोप था कि इम्तियाज नाम के एक व्यक्ति ने उन्हें कॉल कर खुद को अतीक अहमद व मुख्तार अंसारी का आदमी बता कर 60 लाख रुपए की रंगदारी मांगी थी और पैसे न देने पर प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड जैसा हाल करने की धमकी भी दी थी। इस मामले में एडीसीपी साउथ मनीषा सिंह ने बताया है कि जिस इम्तियाज पर रंगदारी मांगने का आरोप लगा है, उसने बीते साल जनवरी माह में नटवर गोयल समेत सात लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए सुशांत गोल्फ सिटी थाने में ही एफआईआर दर्ज कराई थी, जिसकी चार्जशीट भी कोर्ट में दाखिल की जा चुकी है।

फ्लैट के लिए 30 लाख में हुआ सौदा

एडीसीपी के मुताबिक, प्रतापगढ़ के रहने वाले इम्तियाज ने आरोप लगाया था कि वह वर्ष 2016 में सुलतानपुर रोड स्थित बीसीसी टावर में साथी मो। अकरम और सत्य प्रकाश मिश्रा के साथ फ्लैट देखने गए थे। वहां पर उनकी मुलाकात रितेश श्रीवास्तव, खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष नटवर गोयल से हुई। उन्होंने अपनी बालाजी कंस्ट्रक्शन कंपनी के बारे में बताया। बातचीत शुरू हुई तो उन्होंने तमाम लुभावनी योजनाओं के बारे में बताया। उनके आफिस पहुंचे तो वहां मधु स्मृति कोहली, रवि सिंह, बबिता अग्रवाल और अनुपम प्रकाश पांडेय से मुलाकात हुई। उनके माध्यम से फ्लैट की बात तय हुई। फ्लैट के लिए उन्होंने लगभग 30 लाख रुपए बैंक खाते से ट्रांसफर किए थे। रुपयों का भुगतान होने के बाद भी नटवर गोयल और उनके साथियों ने फ्लैट की रजिस्ट्री नहीं की। दबाव बनाने पर टाल मटोल करते रहे। यहीं नहीं, जिस फ्लैट के लिए उन्होंने भुगतान किया था वह किसी और को बेच दिया गया।

सही पाया गया धोखाधड़ी का आरोप

एडीसीपी साउथ मनीषा सिंह ने बताया किए इम्तियाज द्वारा दर्ज कराए मुकदमे में चार्जशीट लगाई जा चुकी है। इसमें इम्तियाज द्वारा नटवर गोयल समेत सात लोगों पर लगाए गए आरोप सही पाए गए थे। नटवर गोयल ने रंगदारी का मुकदमा किस स्थिति में दर्ज कराया है, उसकी जांच चल रही है। वहीं, इम्तियाज ने बताया कि वह पिछले कई सालों से नटवर गोयल से पैसों के लिए सैकड़ों फोन कर चुके हैं। वह टाल मटोल करते आए हैं। हाल ही में भी उन्होंने नटवर को फोन कर अपने पैसे वापस मांगे थे, लेकिन उन्होंने फर्जी मुकदमा लिखा कर फंसाने की धमकी दी थी।