- दिल्ली मुख्यालय की टीम ने विदेश से फं¨डग की शुरू की जांच

- हवाला के जरिए भी करोड़ों रुपये के लेनदेन की आशंका

<द्गठ्ठद्द>रुष्टयहृह्रङ्ख साजिश के तहत एक हजार से अधिक लोगों का धर्मातरण कराए जाने के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) अब विदेश से हो रही फं¨डग की कडि़यां खंगालेगा। प्रवर्तन निदेशालय के दिल्ली स्थित मुख्यालय की विशेष शाखा में धर्मातरण मामले में प्रिवेंशन आफ मनी लां¨ड्रग एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। उप्र आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) की एफआइआर को आधार बनाकर धर्मातरण के मुख्य आरोपित मुहम्मद उमर गौतम, उसके साथी मुफ्ती काजी जहांगीर आलम कासमी, नोएडा स्थित उमर गौतम की जामियानगर, दिल्ली स्थित संस्था इस्लामिक दावा सेंटर (आइडीसी) व अन्य के विरुद्ध केस दर्ज कर छानबीन शुरू की गई है।

24 राज्यों से जुड़े हैं तार

सूत्रों का कहना है कि धर्मातरण कराने वाले इसे गिरोह के तार हवाला नेटवर्क से भी जुड़े हैं। हवाला के जरिए भी करोड़ों रुपये के लेनदेन की आशंका है। ईडी ने उमर गौतम की संस्था के खातों के साथ-साथ अन्य राज्यों से लेकर विदेश तक फैले फं¨डग के नेटवर्क की छानबीन शुरू कर दी है। उत्तर प्रदेश में साजिश के तहत धर्मातरण का जो खेल सामने आया है, उसके तार अब तक 24 राज्यों से जुड़ चुके हैं। विदेश से फं¨डग की बात पहले ही सामने आ चुकी थी। यही वजह है कि ईडी ने इस बेहद गंभीर मामले में अपनी जांच के कदम बढ़ाए हैं। ईडी ने एटीएस के लखनऊ थाने में दर्ज एफआइआर का परीक्षण करने के बाद अपना केस दर्ज किया है। सूत्रों का कहना है कि उमर गौतम व जहांगीर से चल रही पूछताछ के दौरान सामने आए तथ्यों को भी जांच एजेंसियों ने एक-दूसरे से साझा किया है।

12 से अधिक बैंक खाते आए सामने

उमर की संस्था आइडीसी के 12 से अधिक बैंक खाते सामने आए हैं। उमर का कई अन्य संस्थाओं से सीधा संपर्क भी सामने आया है। साथ ही अन्य राज्यों में उसके नेटवर्क से जुड़े लोगों के कई बैंक खातों की जानकारी भी मिली है। ईडी इन सभी खातों में हुए लेनदेन की भी छानबीन करेगा। विदेश से फं¨डग की हर कड़ी को सिलसिलेवार खंगाला जाएगा, जिसमें और बड़े राजफाश होने की उम्मीद है। उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व हाथरस कांड के बाद उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की साजिश में पापुरल फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआइ) की भूमिका सामने आई थी। एक वेबसाइट के जरिए विदेश से 100 करोड़ रुपये जुटाए जाने की बात भी सामने आई थी, जिसकी जांच भी ईडी कर रहा है। हाथरस कांड को लेकर रची जा रही साजिश के मामले में ईडी पीएफआइ व उसकी स्टूडेंट ¨वग कैंपस फ्रंट आफ इंडिया (सीएफआइ) के पांच सक्रिय सदस्यों के विरुद्ध कोर्ट में आरोपपत्र भी दाखिल कर चुका है।