लखनऊ (ब्यूरो)। लखनऊ में ईद-उल-अजहा का त्योहार बहुत परंपरागत तरीके से हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर राजधानी की मस्जिदों में तकरीर और विशेष नमाज हुई, जिसमें बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय ने हिस्सा लिया। इसके बाद लोगों ने एक-दूसरे को गले लगाकर ईद की मुबारकबाद दी। वहीं, कुर्बानी के बाद घरों में तमाम तरह के व्यंजन बनाये गये। एक अर्से के बाद लोगों ने खुलकर बकरईद मनाई। इस दौरान पुलिस द्वारा सुरक्षा के कड़े इंतजाम भी किए गए थे।

अच्छी बारिश के लिए दुआ

ईद-उल-अजहा की नमाज ईदगाह लखनऊ में हुई, जिसमें मुसलमानों ने इमाम ईदगाह मौलाना खालिद रशीद फरंगी की इमामत में नमाज अदा की। इस अवसर पर लाखों मुसलमानों की तरफ से आपसी भाई चारे, मजहबी जोश व खरोश और इस्लामी शान व शौकत का अजीम प्रदर्शन हुआ। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, पूर्व डिप्टी सीएम डॉ। दिनेश शर्मा, मंत्री दानिश आजाद अंसारी समेत कई लोगों ने ईदगाह पहुंच कर इस त्योहार की मुबारकबाद दी। वहीं, नमाज से पहले मौलाना ने अपने संबोधन में ईद-उल-अजहा की अहमियत, कुर्बानी की तारीख, उद्देश्य और मौजूदा हालात पर रोशनी डाली। नमाज के बाद देश व प्रदेश की सुरक्षा, देश के विकास व उन्नति, अमन व भाई चारा, बारिश होने और अच्छे मौसम के लिए भी विशेष दुआ की गर्ई।

घरों में बने लजीज व्यंजन

कोरोना के करीब दो साल के बाद ईद-उल-अजहा पर काफी रौनक देखने को मिली। जहां लोगों ने एक-दूसरे के घर पहुंच कर व गले लगाकर मुबाकरबाद पेश की। इस दौरान लोगों के घरों में सेवईं समेत तमाम तरह के व्यंजन पकाए गए। देर शाम तक लोगों का एक-दूसरे के घरों में आने-जाने का सिलसिला जारी रहा।