लखनऊ (ब्यूरो)। 29 जून को ईद उल अजहा के त्योहार के लिए बकरामंडियों के साथ-साथ शहर की बाजारों में रौनक बढ़ गई है। अमीनाबाद, चौक, नक्खास समेत शहर की अलग-अलग बाजारों में खरीदारों की आमद बढ़ने लगी है। बाजारों में सेवईं से लेकर कपड़े और घरेलू सामान की खरीदारी करने के लिए महिलाएं घरों से निकल रही हैं।

सज गया सेवईं का बाजार

ईद उल अजहा में मिठास घोलने के लिए सेवईं का बाजार सज गया है। जहां पुराने लखनऊ अमीनाबाद, चौक नक्खास, मौलवीगंज में सेवईं की दुकानों में खरीदार बढ़ रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ निशातगंज, डंडईया बाजार में भी लोग सेवईं खरीद रहे हैं। निशातगंत करामत मार्केट के सेवईं दुकानदार ने बताया कि जुमेरात को बकरीद है ऐसे में खरीदार आने लगे हैं। हमारे यहां महीन, मोटी, भुनी और कच्ची सेवईं मौजूद है। बनारसी सेवईं को भी लोग काफी पसंद करते हैं। अलग-अलग किस्म की सेवईं की अलग-अलग कीमत है। अमूमन दुकानों पर 80 से 100 रुपये में मोटी, भुनी, महीन, कच्ची सेवईं मिल जाएगी। इसके अलावा बनारसी सेवईं का डिब्बा भी आपको 140 रुपये से लगाकर 160 रुपये के बीच मिल जाएगा।

कपड़े की दुकानों पर बढ़ी रौनक

ईद उल अजहा के लिए कपड़े की दुकानों पर भी खरीदारों की भीड़ बढ़ रही है। नमाज के लिए लोगों ने कुर्ता पजामे की दुकानदारी शुरू कर दी है। वहीं, महिलाएं अपने बच्चों के कपड़े लेने के लिए भी अमीनाबाद और आसपास की दुकानों में खरीदारी कर रही हैं। कुर्ते की बात करें तो मौसम के हिसाब से इस साल भी चिकनकारी, कॉटन और लेनिन के कुर्तों को लोग काफी पसंद कर रहे हैं। दुकानदारों का कहना है कि अभी खरीदारी शुरू हुई है, कल से आमद और बढ़ेगी।

त्योहारों पर जरूरी सामान की कर रहे खरीदारी

अमीनाबाद में शॉपिंग करने आईं अलीगंज निवासी जुलेखा ने बताया कि 29 जून को बकरीद है। अमूमन बकरीद में कुर्बानी को लेकर बकरों की ही ज्यादा खरीदारी होती है। लेकिन घरों में पकवान भी बनते हैं। सेवईं के अलावा खाने की कई डिशेज बनती हैं, ऐसे में उनकी खरीदारी करने आए हैं। साथ ही घरेलू सामान भी ले रहे हैं।