लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी में कोरोना वायरस घातक होता जा रहा है। कोरोना की वजह से करीब सात माह के बाद राजधानी में कोई मौत हुई है। संक्रमित महिला केजीएमयू में इलाज के लिए भर्ती हुई थी। इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।

सांस लेने में थी समस्या

वृदांवन कॉलोनी निवासी 60 वर्षीय बुजुर्ग महिला को बीती दो अप्रैल को सांस की समस्या होने पर परिजनों ने लखनऊ-कानपुर रोड स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। हालत गंभीर होने पर आईसीयू में शिफ्ट किया गया। इस दौरान ट्रूनॉट मशीन से मरीज की कोविड जांच की गई, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद महिला मरीज के परिजनों को कोविड कमांड सेंटर ने किसी सरकारी संस्थान में भर्ती कराने के लिए फोन किया, लेकिन मरीज के परिजनों से बात नहीं हो सकी। वहीं, हालत और गंभीर होने पर परिजन मरीज को केजीएमयू लेकर पहुंचे। जहां महिला को कोविड सस्पेक्ट मानते हुए कोविड वार्ड में भर्ती कर लिया। जहां इलाज के दौरान मरीज की मौत हो गई।

पोर्टल पर दर्ज नहीं मौत

केजीएमयू प्रवक्ता डॉ। सुधीर सिंह ने बताया कि मरीज को बेहद गंभीर अवस्था में भर्ती किया गया और वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था। डॉक्टरों ने मरीज की जान बचाने की कोशिश की, लेकिन पांच अप्रैल को बुजुर्ग मरीज की सांसें थम गईं। वहीं, जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ। निशांत निर्वाण के मुताबिक, अभी तक केजीएमयू द्वारा पोर्टल पर मौत दर्ज नहीं की गई है। पोर्टल पर दर्ज होने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।

लोकबंधु में कोविड के तीन मरीज भर्ती

राजधानी में मिल रहे कोविड संक्रमित मरीजों की अस्पताल में भर्ती शुरू हो गई है। इसमें तीन मरीजों को लेाकबंधु के कोविड वार्ड में भर्ती किया गया है। राहत की बात यह है कि तीनों की हालत सामान्य हैं। एमएस डॉ। अजय शंकर के मुताबिक, प्रसव के लिए आईं महिलाओं की जांच के दौरान दो की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जबकि एक बुजुर्ग महिला दूसरी बीमारी से ग्रसित होने के कारण भर्ती हुई थी, जो जांच में पॉजिटिव आई है। एक्सपर्ट टीम द्वारा मरीजों की निगरानी की जा रही है।