- काकोरी का मामला, पुजारी के पास मिला सुसाइड नोट

- ब्लॉक के अधिकारियों समेत पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप

LUCKNOW: काकोरी के गदाई खेड़ा गांव स्थित झंडेस्वर शिव मंदिर के पुजारी भगवानदीन लोधी (56) ने गुरुवार तड़के फांसी लगाकर जान दे दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस को मृतक के पास से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसने अपनी आत्महत्या के लिए ग्राम प्रधान पति, ब्लॉक के अधिकारी और पुलिस को जिम्मेदार ठहराया। बताया जा रहा है कि प्रधान मंदिर के पास टॉयलेट बनवा रहे थे, जिसका पुजारी विरोध कर रहे थे और ब्लॉक अधिकारियों से कार्रवाई की मांग की थी।

काम रोकने की गुजारिश की थी

मृतक की बेटी सीता के मुताबिक गांव के बाहर बने शिव मंदिर पर पिता भगवानदीन काफी वर्षो से पुजारी के रूप में सेवा कर रहे थे। मंदिर के ट्रस्ट के नाम से काफी जमीन है, जिसपर प्रधान पति टॉयलेट बनवा रहे थे। पुजारी इसका विरोध कर रहे थे। पुजारी ने गांव में अपनी पैतृक जमीन पर टॉयलेट बनाने की गुजारिश की थी, लेकिन प्रधान पति नहीं माने। इस पर उन्होंने ब्लॉक के अधिकारियों को प्रार्थना पत्र देकर मंदिर की जमीन पर बन रहे टॉयलेट के काम को रोकने की गुजारिश की थी, लेकिन कोई सुनवाई ना होने पर उन्होंने आत्महत्या कर ली।

सुसाइड नोट में गंभीर आरोप

पुलिस को मृतक के पास मिले सुसाइड नोट में ग्राम प्रधान पति, ब्लॉक अधिकारियों और पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। वहीं मृतक की बेटी सीता ने इन सभी के खिलाफ धमकाने व आत्महत्या के लिए उकसाने की तहरीर दी है। काकोरी ब्लॉक प्रमुख रामविलास रावत ने बताया कि सांसद कौशल किशोर ने भी ब्लॉक अधिकारियों को पुजारी को न्याय दिलाने के लिए लेटर लिखा था, लेकिन अधिकारियों ने कार्रवाई नहीं की।

यह है पुलिस का तर्क

मामले में काकोरी एसीपी सैयद मोहम्मद कासिम आबिदी ने बताया कि मंदिर की जमीन पर मृतक पुजारी कब्जा किए हुए थे। उसी जमीन पर ग्राम प्रधान पति टॉयलेट बनवा रहे थे। ब्लॉक के अधिकारियों सहित पुलिस पर लगाए गए आरोप गलत हैं।