LUCKNOW NEWS: लखनऊ (ब्यूरो)। मोहम्मद नगर गांव में शनिवार शाम फरहीन, हंजला खान और उनके चेचरे भाई मुनीर खां उर्फ ताज का शव पहुंचा तो सभी की आंखें भर आईं। बहन नज्मी के जुबां पर एक ही शब्द था कि जालिमों ने मेरे भाई का पूरा परिवार उजाड़ दिया, जब तक पुलिस इनका एनकाउंटर नहीं करेगी, तब तक कलेजे को ठंडक नहीं मिलेगी। पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार करेगी तब भी वह कोर्ट से छूट कर बाहर आएंगे और सबको खत्म कर देंगे।

दूर-दराज से भी आए लोग
शनिवार सुबह पोस्टमार्टम हाउस में पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच तीनों शवों को पोस्टमार्टम किया गया और शाम को सभी के शव गांव पहुंचे। गांव में लोग दूर दराज से भी लोग आए थे। परिजनों और रिश्तेदारों का रो-रोकर बुरा हाल था।

संस्कार में उमड़ा जन सैलाब
शाम करीब साढ़े पांच बजे शवों को ईदगाह क्रबिस्तान में सुपुर्दे-ए-खाक किया गया। इस दौरान हजारों की संख्या में जन सैलाब उमड़ पड़ा। हर किसी के जुबां पर था कि अगर कोई रंजिश थी तो उसे बैठ कर सुलझा लेना था। वहीं सुरक्षा कारणों से पूरे गांव को छावनी में तब्दील किया गया था। संदिग्ध लोगों पर पुलिस नजर रखे थी।

बेड के नीचे छिपा नौकर
फरीद के घर में काम करने वाले नौकर ने बताया कि जिस वक्त सिराज ने बेटे फराज संग गोलियां चलाईं उस समय वह किचन की सफाई कर रहा था। घर पहुंचते ही हत्यारोपी पिता-पुत्र गाली-गलौज करने लगे। मुनीर खां उर्फ ताज ने इसका विरोध किया तो उन्हें गोली मार दी गई। इसके बाद हंजला खान और मालकिन फरहीन की गोली मारकर हत्या की गई। नौकर ने बताया कि वह अपनी जान बचाने के लिए पलंग के नीचे छिप गया। पत्नी, बेटे और साले को हालत में देख फरीद को हार्ट अटैक पड़ गया।

गर्दन और सिर में गोली लगने से मौत
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया कि बेटे हंजला खान के सिर पर एक गोली लगने से मौत हुई है। जबकि फरहीन के सीने और मुनीर खां उर्फ ताज की गर्दन पर एक-एक गोली लगी है।