लखनऊ (ब्यूरो)। ठाकुरगंज थाना क्षेत्र में सोमवार शाम एक बच्चे को घर में रखी लाइसेंसी बंदूक से खेलते समय गोली लग गई। परिजनों ने उसे गंभीर हालत में ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक परिजनों ने उन्हें इसकी जानकारी नहीं दी। अस्पताल से सूचना मिलने पर पुलिस ने जाकर जब जांच की तो सामने आया कि मृतक अपनी बहन के साथ बंदूक से खेल रहा था। तभी अचानक गोली चल गई। शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेज दिया गया है। पीएम रिपोर्ट के आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी।

दब गया ट्रिगर

ठाकुरगंज के राइन नगर में रहने वाले मो। फरीद अहमद के दस वर्षीय बेटे अली जैद की सोमवार को संदिग्ध हालात में गोली लगने से मौत हो गई। वह अपनी बहन परिमा के साथ घर में बंदूक से खेल रहा था। तभी अचानक ट्रिगर दबने से गोली चल गई और वह गंभीर रूप से घायल हो गया।

अस्पताल ने दी पुलिस को सूचना

परिजनों ने बच्चे को ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया। जहां बच्चे को गोली लगने की बात सामने आते ही अस्पताल प्रशासन की ओर से इसकी सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही एडीसीपी उत्तरी चिरंजीव नाथ सिन्हा, एसीपी चौक आईपी सिंह और ठाकुरगंज पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। इसी दौरान बच्चे की मौत हो गई। बच्चे की मौत होते ही घर में कोहराम मच गया।

पिता का पड़ोसी से हुआ था विवाद

डीसीपी सोमेन वर्मा के मुताबिक मृतक अली के पिता फरीद की इलाके में कई दुकाने हैं। सोमवार दोपहर उसका पड़ोस में रहने वाले एक युवक से विवाद हुआ था। जिसके बाद फरीद ने अपनी लाइसेंसी बंदूक निकाल ली थी। मामला तूल न पकड़े इसके चलते परिजनों ने बंदूक छीनकर घर में छिपा दी। वहीं पुलिस दोनों पक्षों को थाने ले आई थी। इसी बीच बच्चों को खेलते समय बंदूक मिल गई। बंदूक लोड होने से हादसा हो गया।

अभी तक की जांच में सामने आया है कि बच्चों को खेलते समय लाइसेंसी बंदूक मिल गई। वे इससे खेलने लगे, जिससे हादसा हुआ। जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

-सोमेन वर्मा, डीसीपी उत्तरी