लखनऊ (ब्यूरो)। अयोध्या हाइवे स्थित चिनहट के मटियारी एरिया में सोमवार दोपहर कार शो-रूम में भीषण आग लग गई। आग की लपटों और धुएं के चलते चौथी मंजिल पर पांच कर्मचारी फंस गए। वहीं शो-रूम में काम कर रहे कर्मचारियों और ग्राहकों ने वहां से किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। वहीं आग लगने की सूचना मिलते ही चिनहट पुलिस और फायर ब्रिगेड की एक दर्जन गाडिय़ां मौके पर पहुंचीं और दो घंटे से कुछ अधिक समय में आग पर काबू पाया। चौथी मंजिल पर फंसे पांच कर्मचारियों को हाइड्रोलिक प्लेटफार्म के मदद से सुरक्षित निकाला गया। आशंका जताई जा रही है कि आग शार्ट सर्किट से लगी है।

सेकंड फ्लोर पर लगी आग

हजरतगंज निवासी सुरेश अग्रवाल की मटियारी में एमजी हेक्टर निशान कार शोरूम है। ग्राउंड फ्लोर पर निशान का शोरूम है, वहीं फस्ट व सेकंड फ्लोर में एमजी का शोरूम है। वहीं थर्ड फ्लोर पर वर्कशॉप और चौथी मंजिल पर गाडिय़ों की पार्किंग के साथ डेकोरेशन का काम होता है। शोरूम मैनेजर आलोक मिश्रा के अनुसार सोमवार दोपहर करीब 11 बजे अचानक सेकंड फ्लोर पर आग लग गई। पहले कर्मचारियों ने आग पर काबू पाने का प्रयास किया लेकिन जैसे ही आग विकराल होने लगी, इसकी सूचना पुलिस और फायर ब्रिगेड को दी गई।

लपटों में फंसे पांच कर्मचारी

आग देखते ही देखते चौथी मंजिल तक पहुंच गई और वहां पांच कर्मचारी फंस गए। वे चींख-चींख कर जान बचाने की गुहार लगाते रहे। इन लोगों को बचाने के लिए फायर कर्मियों ने हाइड्रोलिक प्लेटफार्म मंगवाया और एक घंटे की मशक्कत के बाद किसी तरह इन पांचों लोगों को सुरक्षित निकाला गया। इस दौरान धुआं इतना अधिक हो गया था कि फायर कर्मियों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

छह घंटे तक नहीं खत्म हुई तपिश

चीफ फायर अफसर विजय कुमार सिंह ने बताया कि 11.35 बजे आग लगने की सूचना मिली थी। 11 फायर ब्रिगेड की गाडिय़ों की मदद से करीब 2 बजे आग पर काबू पा लिया गया, लेकिन शोरूम में आग की तपिश करीब 6 घंटे तक शांत नहीं हो सकी।

12 से 15 गाडिय़ों खड़ी थीं

शो-रूम मैनेजर आलोक मिश्रा ने बताया कि सेकंड फ्लोर पर 12 से 15 गाडिय़ां खड़ी थीं, जिन्हें बुरी तरह नुकसान हुआ है। आग से कुल कितना नुकसान हुआ है, इसका आंकलन अभी नहीं हो सका है।

हाईवे पर लगा जाम

इस हादसे के चलते करीब तीन घंटे तक हाईवे पर जाम की स्थिति बनी रही। वहीं शो-रूम से उठते धुएं के कारण आसपास के इलाके के लोग दहशत में आकर सड़क पर आ गए। जिसके चलते गंज फायर स्टेशन से आने वाले हाइड्रोलिक प्लेटफार्म को भी मौके पर पहुंचने में समय लग गया।

फायर फाइटिंग के नहीं थे संसाधन

चीफ फायर अफसर विजय कुमार सिंह ने बताया कि शो-रूम में फायर फाइटिंग के संसाधन नहीं थे।, न ही वहां कर्मचारियों को फायर फाइटिंग की ट्रेनिंग दी गई थी। शो-रूम मालिक के खिलाफ नोटिस जारी की जाएगी। आग लगने के कारण की जांच की जा रही है। प्रथम दृष्टया आग सेकंड फ्लोर पर शार्ट सर्किट से लगी है। वहीं चार मंजिला इमारत में आपात कालीन सीढ़ी भी नहीं थी, जिससे आग बुझाने में दिक्कतें आईं।

शो-रूम के सेकंड फ्लोर पर दोपहर करीब 11 बजे आग लगी। शो-रूम में 12 से 15 गाडिय़ां खड़ी थीं। आग से काफी नुकसान हुआ है, जिसका सटीक आंकलन नहीं हो सका है। बीमा कंपनी को रिपोर्ट बनाकर दी जाएगी।

-आलोक मिश्रा, मैनेजर, कार शोरूम

पांच कर्मचारी लपटों और धुएं के चलते चौथी मंजिल पर फंस गए थे। उन्हें हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म के जरिए रेस्क्यू किया गया। शो-रूम में फायर फाइटिंग सिस्टम नहीं थे, जिस पर शो-रूम को नोटिस भेजा जाएगा।

-विजय कुमार सिंह, चीफ फायर अफसर