लखनऊ (ब्यूरो)। संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की हत्या के बाद शुक्रवार देर शाम फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल का री-क्रिएशन किया। पता लगाने की कोशिश की गई कि आखिर गोली वहां मौजूद बच्ची और पुलिसकर्मी को कैसे लगी। इसमें पश्चिमी जोन के अफसर, विवेचक और सर्विलांस की टीम मौजूद रही। इसे लेकर पुलिस ने अदालत से अनुमति ली थी।

कोर्ट की सुरक्षा होगी हाईटेक

वहीं, संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की कैसरबाग कोर्ट रूम हत्या की वारदात के बाद पुलिस पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े होने लगे थे, ऐसे में अब पुलिस ने कोर्ट को हाई सिक्योरिटी से लैस करने का ब्लूप्रिंट तैयार करने जा रही है। इसके लिए लखनऊ बार एसोसिएशन पदाधिकारियों के साथ पुलिस ने बैठक की है, जिसमें मैटल डिटेक्टर, सीसीटीवी कैमरा, एक्स्ट्रा फोर्स, बायोमेट्रिक से एंट्री समेत अन्य पहलुओं पर सिक्योरिटी के सुरक्षा इंतजाम किए जाएंगे।

आरोपी को रिमांड पर लेगी पुलिस

शुक्रवार को ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर उपेंद्र अग्रवाल ने प्रेसवार्ता में बताया कि आरोपी विजय यादव को मौके से ही पकड़ लिया गया था। आरोपी विजय यादव उर्फ आनंद ने जो भी पूछताछ में बताया है, उसे वैरीफाई किया जाएगा। अभी तक पूरे मामले में उसी का रोल सामने आया है। कुछ और भी सस्पेक्ट हो सकते हैं। विजय लखनऊ में कब आया था, इसकी पड़ताल की जा रही है। साथ ही अब तक 6 पुलिसवालों को सस्पेंड किया गया है। मामले की जांच के लिए दो टीम बनाई गई है। गुरुवार को विजय को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है। शनिवार को पुलिस आरोपी का रिमांड लेने के लिए कोर्ट जाएगी।

विवेचक के सहयोग के लगाई टीमें

जेसीपी ने बताया कि विवेचक के सहयोग के लिए टीम गठित की गई है। इसमें इंस्पेक्टर वजीरगंज मनोज मिश्रा मामले की विवेचना कर रहे हैं। इनके सहयोग के लिए अतिरिक्त निरीक्षक दुबग्गा राजेंद्र कुमार शुक्ल, अतिरिक्त निरीक्षक बाजारखाला रमेश चंद्र यादव और दारोगा हरिद्वारी लाल को सह विवेचक नियुक्त किया गया है। इसके अलावा तकनीकी सहायता के लिए पश्चिमी जोन के सर्विलांस प्रभारी राजदेव प्रजापति, मुख्य आरक्षी विनय ङ्क्षसह, गोङ्क्षवद और आरक्षी नवीन प्रताप ङ्क्षसह को लगाया गया है।