लखनऊ (ब्यूरो)। बटलर पैलेस कॉलोनी झील को संवारने का काम तेजी से शुरू हो गया है। एलडीए की ओर से कराए जा रहे इस कार्य के पूरा होने के बाद यह झील राजधानी आने वाले पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करेगी। यहां आकर लोग फैमिली संग क्वालिटी टाइम स्पेंड कर सकेंगे। इस पल को यादगार बनाने के लिए यहां आईलैैंड पर सेल्फी लेने की भी व्यवस्था की जाएगी। झील में बोटिंग की सुविधा को लेकर मंथन जारी है और जल्द ही इस पर निर्णय लिया जाएगा।

5 करोड़ का बजट रखा गया

एलडीए की ओर से झील के सौंदर्यीकरण के लिए पांच करोड़ का बजट रखा गया है। तैयार ब्लू प्रिंट के आधार पर सौंदर्यीकरण का काम शुरू कर दिया गया है। पहले चरण में झील की सफाई कराई गई है और जमा सिल्ट को साफ किया गया है।

ये प्रमुख कार्य होने हैैं

1- बॉयो फेंसिंग

झील के चारों तरफ बॉयो फेंसिंग का कार्य शुरू करा दिया गया है, जिससे जानवर झील के पानी को गंदा न कर सकें।

2- सीवरेज

झील में गिरते सीवरेज के पानी को शोधित किया जाएगा साथ ही यह भी कवायद होगी कि झील में सीवरेज का पानी न आए।

3- स्लज

झील में जमा स्लज को लगभग साफ कर लिया गया है। स्लज की वजह से पानी का ऑक्सीजन लेवल डाउन हो जाता है और मछलियां मर जाती हैैं।

4- ऑक्सीजन लेवल

झील के पानी के ऑक्सीजन लेवल को बेहतर बनाने की दिशा में काम किया जाएगा, इसके अंतर्गत नैनो डिफ्यूसर का प्रोविजन किया गया है।

5- फाउंटेन

वॉटर फाउंटेन की भी व्यवस्था की जा रही है। जिससे झील सुंदर दिखे।

6- घाट

झील के आसपास घाटों को स्वच्छ बनाया जा रहा है साथ ही ग्रीनरी भी डेवलप की जा रही है। झील के चारों तरफ आकर्षक लाइटिंग भी की जाएगी।

7- ट्रैक

झील के आसपास जॉगिंग ट्रैक को भी डेवलप किया जाएगा।

8- आईलैैंड

झील के आईलैैंड को भी डेवलप किया जाना है। यहां लोगों के बैठने की व्यवस्था की जाएगी।

सफाई पर रहेगा ध्यान

इस प्लान के अतिरिक्त झील के आसपास सफाई पर भी विशेष ध्यान रखा जाएगा। यह व्यवस्था बनाई जाएगी कि कोई भी झील में वेस्ट या मलबा न डाल सके। अगर कोई ऐसा करता मिलता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए मॉनीटरिंग टीमों का भी गठन किया जाएगा साथ ही आसपास रहने वाले लोगों को इस संबंध में जागरूक भी किया जाएगा।

बटलर पैलेस झील के सौंदर्यीकरण का काम शुरू करा दिया गया है। इसके लिए अलग-अलग चरणों में काम जारी है। पहले चरण में पानी की सफाई और स्लज हटाया जाना शामिल है, वहीं अगले चरण में ग्रीनरी डेवलप की जा रही है। इसके बाद अन्य डेवलपमेंट के कार्य शुरू कराए जाएंगे। किसी भी स्तर पर लापरवाही न हो, इसको लेकर लगातार सौंदर्यीकरण कार्य की समीक्षा भी की जा रही है।

-डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, वीसी, एलडीए