लखनऊ (ब्यूरो)। केजीएमयू और लोहिया संस्थान में पीजीआई की तर्ज पर एचआरएफ के माध्यम से मरीजों को सस्ती दरों पर दवाएं मुहैया कराई जा रही हैं। जहां, केजीएमयू में 14 व लोहिया में लगभग 15 एचआरएफ के काउंटर हैं। जिसमें केजीएमयू में रोजाना 5 हजार और लोहिया में 3 हजार से अधिक मरीज दिखाने के लिए आते हैं। अभी इन स्टोर्स पर यह दवाएं पीजीआई की आरसी के मुताबिक खरीदी जा रही है। जिसके चलते यहां अक्सर दवा कम या मिलती ही नहीं ह ।

अलग-अलग जरूरतें
अधिकारियों का कहना है कि पीजीआई सुपर स्पेशियलिटी संस्थान हैं। जबकि, हमारे यहां जनरल विभाग भी है। जिससे दवाओं की जरूरतें भी अलग-अलग हैं। इसे देखते हुए दोनों संस्थान अपनी आरसी तैयार कर रहे हैं। जिसके बाद इसको अप्रूवल के लिए भेजा जाएगा।

विभागवार मांगी गई लिस्ट
अधिकारियों के मुताबिक विभागवार डॉक्टरों से दवाओं की सूची मांगी गई थी। जिसे फाइनल करना बाकि रह गया है। जिसके बाद करीब डेढ़ से दो हजार प्रकार की दवाएं और सर्जिकल सामान एचआरएफ स्टोर में मिलेंगे। 40 से 80 फीसदी कम कीमत पर मरीजों को दवाएं मिल सकेगी। कई दवाओं की दरों में कमी भी हो चुकी है। वहीं, नई दवाएं आने से स्टोर पर कोई कमी नहीं होगी।

लिस्ट आ चुकी है। इसको लेकर एक बैठक भी की गई है। जल्द ही इसे अप्रूवल के लिए भेजा जाएगा। जिसके बाद जरूरत के अनुसार संस्थान दवा और उपकरण की खरीद कर सकेगा।
डॉ विवेक कुमार, एचआरएफ इंचार्ज, केजीएमयू