लखनऊ (ब्यूरो)। केजीएमयू की पुरानी ओपीडी के थर्ड फ्लोर स्थित नेत्र रोग विभाग से गिरी बच्ची को डॉक्टरों ने दूसरी जिंदगी दी है। वेंटिलेटर पर भर्ती बच्ची को डॉक्टरों की टीम की निगरानी में ट्रीटमेंट देने का काम किया गया। वहीं, हालत में सुधार आने के बाद बच्ची को डिस्चार्ज कर दिया गया है। संस्थान प्रवक्ता के अनुसार बच्ची को फालोअप के लिए समय-समय पर बुलाया जाएगा।

किया गया डिस्चार्ज

केजीएमयू में बीते तीन अगस्त को गोंडा के परसौना गांव निवासी जुबैर अपनी चार वर्षीय बेटी माही को नेत्र रोग विभाग दिखाने आए थे। इस दौरान माही खेलते हुए रैंप के पास पहुंच गई और नीचे गिर गई। जिसके बाद सुरक्षा कर्मियों ने माही को ट्रॉमा में भर्ती कराया था। जहां डॉक्टरों की टीम उसका इलाज कर रही थी।

बेहद गंभीर थी हालत

ट्रॉमा सेंटर के सीएमएस डॉ। संदीप तिवारी के मुताबिक बच्ची को बेहद गंभीर अवस्था में भर्ती किया गया था। शुरुआत के तीन दिनों तक बच्ची की गहन निगरानी की गई। जिसके बाद धीरे-धीरे बच्ची की हालत में सुधार देखने को मिला। इसके बाद उसे ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया। सेहत में सुधार के बाद माही को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है।

*********************************************

डेंगू के 4 संक्रमित मिले

राजधानी में डेंगू मरीजों का मिलना लगातार जारी है। शुक्रवार को चार लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसमें इंदिरा नगर में 1 पुरुष एवं 1 महिला, चंदर नगर में 1 महिला एवं अलीगंज में 1 पुरुष डेगू संक्रमित रोगी पाया गया है। वहीं, लगभग 407 घरों एवं आसपास मच्छरजनित स्थितियों का सर्वेक्षण किया गया और कुल 5 घरों में मच्छरजनित स्थितियां पाए जाने पर नोटिस जारी किया गया। इसके अतिरिक्त नगर मलेरिया इकाई एवं जिला मलेरिया अधिकारी की टीमों द्वारा जनपद के विभिन्न स्थलों व भवनों का निरीक्षण किया गया तथा लार्वा रोधी रसायन का छिड़काव किया गया। साथ ही आम जनता को डेंगू से बचाव के प्रति जागरूक किया गया।