लखनऊ (ब्यूरो)। बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर सेंट्रल यूनिवर्सिटी ने सोमवार को अपना 10वां दीक्षांत समारोह मनाया, जहां छात्राओं ने अपनी छाप छोड़ी। विवि के भारत रत्न श्री अटल बिहारी बाजपेयी सभागार में हुए इस समारोह में लड़कों के मुकाबले लड़कियों ने ज्यादा मेडल्स पर कब्जा जमाया। कुल 253 गोल्ड मेडल में से 153 पर लड़कियों का जादू चला। वहीं, 100 गोल्ड मेडल छात्रों के नाम रहे। दीक्षांत समारोह में शैक्षिक सत्र 2021 व 2022 के यूजी, पीजी, एमफिल, पीएचडी, इंटीग्रेडेट कोर्स और पीजी डिप्लोमा के 3,808 स्टूडेंट्स को डिग्री दी गई, जिसमें से 2,204 छात्र व 1,604 छात्राएं रहीं।

डॉ। आंबेडकर मेरे ईश्वर समान

कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शिरकत की। उन्होंने कार्यक्रम में छात्राओं की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस दीक्षांत समारोह में 60 फीसदी मेडल छात्राओं के खाते में गए हैं। यह बहुत अच्छा संकेत है। बीआर आंबेडकर को अपना आदर्श बताते हुए उन्होंने कहा कि डॉ। भीमराव आंबेडकर के नाम पर स्थापित विश्वविद्यालय के कार्यक्रम में शामिल होना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। यह उन्हीं की ही देन है कि मैं आज आप लोगों के सामने खड़ी हूं। वह मेरे लिए ईश्वर के समान हैं। बाबा साहेब का जीवन संघर्षों से भरा था, लेकिन उन्होंने मेहनत और मूल्य आधारित जीवन शैली अपनाकर उच्च शिक्षा हासिल की। उनके रास्ते पर चलकर स्टूडेंट्स मुश्किल से भी मुश्किल लक्ष्य हासिल कर सकते हैं।

तीन सत्रों में सम्मानित हुए मेधावी

बीबीएयू का 10वां दीक्षांत समारोह तीन सत्रों में हुआ। पहले सत्र में राष्ट्रपति ने मंच से कुल 10 मेधावियों को पदक देकर सम्मानित किया। इनमें पॉलिटिकल साइंस पीजी से दिलीप वर्मा और एमए हिस्ट्री के अमरदीप कुमार बादल को 2 आरडी सोनकर अवार्ड मिला। बीएससी फूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी की आराध्या श्रीवास्तव को ओपन और रिया गौतम को आरक्षित श्रेणी में गोल्ड मेडल दिया गया। बी।वोक फ्लोरीकल्चर एंड लैंडस्केप गार्डेनिंग के आर्य अरुण कुमार को ओपन कैटेगरी और बीटेक कंप्यूटर इंजीनियरिंग के सुरजीत कुमार को आरक्षित श्रेणी में मेडल मिला। पीजी में एमएससी साइबर सिक्योरिटी से संजय एम।तरडे को ओपन कैटेगरी और एमएससी एग्रीकल्चर हॉर्टिकल्चर की सोनम मीणा को आरक्षित श्रेणी में मेडल दिया गया। वहीं, शैली को ओपन कैटेगरी और एमएससी कुमारी दीक्षा संघ मित्रा को आरक्षित श्रेणी में मेडल दिया गया। इन 10 मेधावियों में से पांच शैक्षिक सत्र 2021 और पांच 2022 के रहे।

दूसरे सत्र में भी स्टूडेंट्स को मिले पदक

दीक्षांत समारोह के दूसरे सत्र में 2021 के 123 और 2022 के 130 पदक विजेताओं का सम्मान हुआ। 2021 में ग्रेजुएशन से 31, पीजी से 85, एमफिल से 4 और इंटीग्रेटेड कोर्स से 3 को पदक दिया गया। इसी तरह 2022 से ग्रेजुएशन से 32, पीजी के 84, एमफिल के 12 और इंटीग्रेडेट कोर्स के 2 मेधावियों को पदक देकर सम्मानित किया गया। तीसरा सत्र में स्कूल स्तर पर डिग्री प्रमाण पत्र दिए गए। इसमें 17 अध्ययन विद्यापीठों से 38 विभागों के कुल 3,808 ग्रेजुएट, पीजी, एमफिल, पीएचडी, पीजी डिप्लोमा व डिप्लोमा के स्टूडेंंट्स को डिग्री दी गई।

एक्टिविटी सेंटर का हुआ उद्घााटन

समारोह के दौरान राष्ट्रपति ने विवि के नवनिर्मित बिरसा मुंडा स्टूडेंट एक्टिविटी सेंटर का भी उद्घाटन किया। 3500 वर्ग मीटर में बने इस सेंटर में 2 फ्लोर हैं। ग्राउंड फ्लोर पर कैफेटेरिया के साथ एक बड़ा हॉल है। पहले फ्लोर पर 2 बड़े हॉल और 2 कमरे हैं। दूसरे फ्लोर पर भी दो बड़े हॉल और 2 कमरे हैं। यह सेंटर विद्यार्थियों को इनडोर गेम्स, जिम और कैफेटेरिया की सुविधा देगा।

ये लोग भी रहे मौजूद

इस समारोह में बतौर विशिष्ट अतिथि उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और विशेष अतिथि के तौर पर उच्च शिक्षा मंत्री उत्तर प्रदेश योगेंद्र उपाध्याय मौजूद रहे। विवि के कुलाधिपति डॉ। प्रकाश सी। बरतुनिया, कुलपति आचार्य संजय सिंह, डॉ। लालजी प्रसाद निर्मल, मंत्री असीम अरुण, विधानसभा सदस्य रमापति शास्त्री भी इस हिस्सा बने।

शिक्षा के लिए अच्छे शिक्षकों की जरूरत

इस दौरान राष्ट्रपति ने कहा कि अच्छी शिक्षा के लिए अच्छे शिक्षकों की जरूरत है। उन्होंने विवि के वातावरण और हरे-भरे परिसर, नो मोटर वेहिकल डे जैसे प्रयासों की सराहना की। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की चर्चा करते हुए उन्होंने शिक्षा को उद्योगों और व्यापार के वातावरण से जोडऩे का आग्रह किया। साथ ही, विश्वविद्यालयों को अधिक से अधिक जनकल्याण के अनुसंधान करने पर जोर दिया। उन्होंने उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने इन्क्यूबेशन सेंटर स्थापित करने की बात कही। रिसर्च और इन्नोवेशन के लिए विद्यार्थियों को प्रोत्साहित कर कौशल आधारित शिक्षा देने की बात कही।

-3808 डिग्री में से ग्रेजुएशन के 126, पीजी के 2085, पीएचडी के 129, एमफिल के 28, इंटीग्रेडेट कोर्स के 46, सर्टिफिकेट कोर्स के 24, डिप्लोमा कोर्स के 153 व पीजी डिप्लोमा के 78 स्टूडेंट्स शामिल हैं।

-शैक्षिक सत्र 2021 में 123 में से 78 गोल्ड मेडल छात्राओं और 2022 के 130 में से 75 गोल्ड मेडल छात्राओं को मिले।

यह रहा आंकड़ा

प्रोग्राम: 131

ओपन कैटेगरी के गोल्ड मेडल: 137

रिजर्व कैटेगरी के गोल्ड मेडल: 116

छात्राओं को मिले गोल्ड मेडल: 153

छात्रों को मिले गोल्ड मेडल: 100

मुझे वैज्ञानिक बनना है

एमएससी एजी हॉर्टिकल्चर में 95.21 फीसदी अंक मिले हैं। रोजाना 5 से 6 घंटे पढ़ाई की। पीएचडी कर कृषि वैज्ञानिक बनने का सपना है। राष्ट्रपति के हाथों मेडल मिलने से आत्मविश्वास बढ़ गया है। मां और पिता के साथ बहन ने हमेशा सहयोग किया।

-शैली अवस्थी, वैशाली, बिहार

मां पिता का सपना पूरा करना है

एमएससी एजी हॉर्टिकल्चर में 91.04 फीसदी अंक मिले हैं। वैज्ञानिक बनकर शोध के क्षेत्र में काम करूंगी। पिता श्रीराम वर्मा और मां सरोज हमेशा से चाहते थे कि मैं पढ़ लिखकर उनका नाम रोशन करूं। आज लग रहा है कि उनका सपना पूरा हो रहा है।

-दीक्षा संघमित्रा, प्रयागराज

रोजाना पढऩे से मिलती है सफलता

बी।वोक फ्लोरीकल्चर एंड लैंडस्केप गार्डनिंग में 93.61 प्रतिशत अंक मिले हैं। मैं नियमित पढ़ाई को सफलता का आधार मानती हूं। शिक्षक और टीचर्स ने बहुत सहयोग किया।

-आर्या अरुण कुमार, राजस्थान

मम्मी-पापा को गर्व हो रहा होगा

बचपन में ही मम्मी-पापा का निधन हो गया था। एमएससी एजी हॉर्टिकल्चर में 89.79 पर्सेंट अंक मिले हैं। आज राष्ट्रपति ने मेडल पहनाया तो लगा कि पेरेंट्स को गर्व हो रहा होगा।

-सोनम मीणा, राजस्थान

सिविल सेवा में जाना है

एमए इतिहास में 76 प्रतिशत अंक मिले हैं। दो गोल्ड मेडल मिले। आरडी सोनकर अवार्ड दिया गया। पिता ने बहुत सहयोग किया। आगे सिविल सेवा में जाना है।

-अमरदीप कुमार बादल, पटना, बिहार

शिक्षा क्षेत्र में काम करना है

एमए राजनीति शास्त्र में 76.88 पर्सेंट माक्र्स मिले हैं। भोपाल से पीएचडी कर रहा हूं। आगे शिक्षा के क्षेत्र में जाना है। यूट्यूबर बनकर बच्चों को शिक्षा देनी है।

-दिलीप वर्मा, ग्वालियर, मध्यप्रदेश