लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी में अब सेफ सिटी प्रोजेक्ट को रफ्तार मिलने जा रही है। इसके लिए तैयारियां तेज कर दी गई हैं। सबसे पहले महिला सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रमुख स्थानों, चौराहों, गल्र्स स्कूल और कॉलेजों को तीसरी आंख (सीसीटीवी) के घेरे में लाने की कवायद की जा रही है। इसके साथ ही, सिटी बसों में भी सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम जल्द शुरू होने जा रहा है।

प्रदेश सरकार का भी पूरा फोकस

प्रदेश सरकार की ओर से भी सेफ सिटी प्रोजेक्ट पर विशेष फोकस किया गया है। हाल में ही प्रदेश सरकार की ओर से जारी बजट में सेफ सिटी प्रोजेक्ट के लिए धनराशि का भी प्रावधान किया गया। सेफ सिटी से जुड़ी योजनाओं को रफ्तार देने के लिए 7,100 करोड़ रुपये के करीब व्यवस्था की गई है। यूपी में 112 योजनाओं को गति देने के लिए करीब 730 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है। महिला सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए राजधानी में महिला बटालियन की भी स्थापना की जाएगी।

पहले से प्रोजेक्ट गति में

सेफ सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत राजधानी में पहले से ही कई प्रोजेक्ट्स चल रहे हैैं। हाल में ही कुछ प्रमुख प्वाइंट्स पर कैमरे लगाए गए हैैं, जिन्हें कमांड सेंटर से इंटीग्रेट कर दिया गया है। इस सुविधा का फायदा यह है कि महिला अपने साथ होने वाले अपराध की जानकारी कैमरे के सामने आकर दे सकती है, जो सीधे कंट्रोल रूम पहुंच जाएगी और वहां से संबंधित थाने को, जिसके बाद पीडि़त महिला को तुरंत मदद पहुंच जाएगी।

अब इस कदम की भी तैयारी

1-150 चौराहों पर कैमरे-सेफ सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत सभी प्रमुख 150 चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने की तैयारी है। इससे पहले 100 से अधिक चौराहों पर कैमरे लगाए जा चुके हैैं।

2-गल्र्स स्कूल-कॉलेजेस पर फोकस-राजधानी के सभी प्रमुख गल्र्स स्कूल-कॉलेजेस को भी कैमरे की सुरक्षा के घेरे में लाने की तैयारी चल रही है, ताकि गल्र्स खुद को सेफ महसूस कर सकें। इस कदम पर स्टूडेंट्स का फीडबैक भी लिया जाएगा।

3-सिटी बसों में भी सुविधा-सिटी बसों में भी सीसीटीवी लगाए जाएंगे और इन सभी कैमरों को कमांड सेंटर से कनेक्ट किया जाएगा, जिससे अगर बस में महिला मुसाफिर के साथ कोई अपराध हो तो उस पर तुरंत एक्शन लिया जा सके।

4-एप लांच-एक एप भी लांच करने की तैयारी है, जिसके माध्यम से महिलाओं को कई तरह की सुविधाएं मिलेंगी। एप में क्या-क्या सुविधाएं होंगी, इसकी तस्वीर जल्द साफ होगी।

लगातार हो रही हैं बैठकें

सेफ सिटी में शामिल प्रोजेक्ट्स को इंप्लीमेंट करने के लिए लगातार बैठक हो रही हैैं। चूंकि इस योजना में पुलिस विभाग का भी रोल अहम है। ऐसे में, पुलिस की ओर से भी कई प्रोजेक्ट्स का खाका तैयार किया जा रहा है।