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लखनऊ (ब्यूरो)। लखनऊ विश्वविद्यालय की छात्र राजनीति से सियासत की शुरुआत करने वाले ब्रजेश पाठक ने अब तक एक लंबा सफर तय किया है। एलयू छात्र संघ अध्यक्ष, संसद के दोनों सदनों का सदस्य और उसके बाद यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार के पहले कार्यकाल में कानून मंत्री और योगी 2.0 में स्वास्थ्य जैसे अहम मंत्रालय के साथ ही यूपी सरकार में डिप्टी चीफ मिनिस्टर की जिम्मेदारी भी निभा रहे हैं। मंझे हुए राजनीतिक नेता के तौर पर अपनी पहचान रखने वाले ब्रजेश पाठक आमजन के बीच बेहद पॉपुलर भी हैं। लोगों से अपना कनेक्ट लगातार बनाए रखने की ब्रजेश पाठक की खासियत के सब कायल हैं। फिल्म 'नायक' की भांति लगातार औचक निरीक्षण करना और लापरवाही पर ऑन स्पॉट एक्शन लेने वाले ब्रजेश पाठक आने वाले दिनों में यूपी की स्वास्थ्य सेवा को कैसे बेहतर और सबके लिए सुगम बनाएंगे, इस राह में क्या-क्या चुनौतियां है जैसे तमाम उनके कार्यक्षेत्र और व्यक्तिगत जीवन के अनछुए पहलुओं पर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के सीनियर न्यूज एडिटर धर्मेंद्र सिंह ने विस्तार से चर्चा की।

अपने पूरे राजनीतिक सफर को कैसे देखते हैं?
सामाजिक जीवन में आने के बाद यह किसी को पता नहीं होता कि जर्नी कहां तक जाएगी। यह जनता का ही आशीर्वाद है कि मैैंने कई जिम्मेदारी निभाई और यहां तक का सफर तय किया। मुझे विश्वास है कि आगे भी जनता का आशीर्वाद मिलता रहेगा।

आपने विविध रूपों में अपनी भूमिका निभाई। कौन सी भूमिका आपके दिल के अधिक करीब है?
मेरा मानना है कि सभी भूमिकाएं महत्वपूर्ण रहीं। आपको जिस भूमिका में ईश्वर काम करने का मौका दे, उसमें आपको बेस्ट करना चाहिए। अगर आप अपनी भूमिका को लेकर ज्यादा सोचते हैैं तो स्पष्ट है कि आप अपनी भूमिका पर खरे नहीं उतर सकेंगे।

पीएमएस में हजारों पद खाली हैैं। सुप्रीम कोर्ट भी नोटिस कर चुका है। मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर्स तक नहीं हैैं?
विपक्षी दलों ने तो डॉक्टर्स को लेकर कोई कदम उठाए नहीं, अब सवाल उठा रहे हैैं। एक डॉक्टर बनने में करीब आठ साल लगते हैैं।

कोरोना महामारी के दौरान आपका एक पत्र चर्चा में था। अब तो आपके पास खुद हेल्थ डिपार्टमेंट की जिम्मेदारी है। क्या कमियां आप समझ रहे हैं?
उप्र की स्वास्थ्य सेवाएं पूरे देश में नंबर वन हैैं। सभी अस्पतालों में मरीजों को भगवान मानकर उनकी सेवा की जा रही है। हमारी प्राथमिकता यही है कि मरीजों को समय से इलाज मिले और दवाइयों के लिए उन्हें भटकना न पड़े। अस्पतालों में ही उन्हें निशुल्क दवाइयां मिलें। इमरजेंसी सेवा और एंबुलेंस सेवा को और बेहतर बनाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैैं। कुल मिलाकर हमारा प्रयास यही है कि कोई भी मरीज अस्पताल से निराश होकर न लौटे।

आप लगातार अस्पतालों का निरीक्षण कर रहे हैैं। यूपी में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए क्या प्लान है आपका?
सीएचसी, पीएचसी से लेकर सभी डिस्ट्रिक्ट अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजेस के लिए प्लान बनाया गया है। सभी जगह डॉक्टर्स के लिए ड्यूटी चार्ट बनाया जाएगा। जिसमें डॉक्टर का नाम, ड्यूटी टाइम इत्यादि की जानकारी रोज की रोज अपडेट होगी। इसके साथ ही अस्पताल स्टॉफ का व्यवहार मरीजों के प्रति बेहतर हो, इसके लिए भी निर्देश दिए जा चुके हैैं।

विपक्ष आरोप लगाता रहता है कि आपकी सरकार ने मेडिकल कॉलेज तो बनवा दिए लेकिन सुविधाएं और डॉक्टर तो दिए नहीं?
मेडिकल कॉलेज एक दिन में नहीं बनता है। हम स्टूडेंट्स का फस्र्ट ईयर में स्टूडेंट्स का एडमिशन लेते हैैं और पढ़ाई पूरी करने के बाद वे एमएस या एमडी पूरा करते हैैं, तब कहीं जाकर डॉक्टर मिलते हैैं। पहले सिर्फ 13 मेडिकल कॉलेज थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार, जिन्होंने सभी डिस्ट्रिक्ट में मेडिकल कॉलेज खुलवाए जाने संबंधी सौगात दी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उक्त सौगात को मूर्त रूप दिया। वर्तमान में 35 मेडिकल कॉलेज हैैं, जबकि 14 जनपदों में मेडिकल कॉलेज खुलने जा रहे हैैं, जिससे मेडिकल व्यवस्था और बेहतर होगी।

यह भी मामले सामने आते हैैं कि अस्पतालों में डॉक्टर्स और स्टॉफ प्रॉपर ड्यूटी नहीं करते हैैं?
मैैं खुद सभी अस्पतालों का औचक निरीक्षण कर रहा हूं। मुझे तो सभी डॉक्टर्स और स्टॉफ ड्यूटी करते मिले हैैं। मैैं पहले ही कह चुका हूं कि किसी भी अस्पताल में औचक निरीक्षण के लिए आ सकता हूं। ऐसे में सभी अपने निर्धारित शेड्यूल के अनुसार ही ड्यूटी कर रहे हैैं।

कहा जाता है कि आपके घर या कार्यालय तक आने वाला कोई भी व्यक्ति निराश होकर नहीं लौटता है?
मैैं लखनऊ के लिए नया नहीं हूं। कई सालों से यहां पर जनता की सेवा कर रहा हूं। सबको व्यक्तिगत रूप से जानता हूं। हमारी कोशिश यही रहती है कि अगर कोई व्यक्ति अपनी समस्या लेकर मेरे पास आया है तो उसे निराश होकर न लौटना पड़े।

पारिवारिक जीवन के बारे में कुछ बताएं, जैसे बच्चे क्या कर रहे हैैं, उनकी एजुकेशन इत्यादि?
मेरे दो बेटियां और एक बेटा है। एक बेटी बीटेक कर रही है, जबकि दूसरी बेटी लॉ फिथ ईयर में है, बेटा अभी हाईस्कूल में है।

बच्चों से राजनीति या उनके करियर को लेकर चर्चा होती है?
मेरा मानना है कि इस समय सभी युवा अपने करियर को लेकर खासे सजग हैैं। हां, अगर उन्हें मार्गदर्शन की जरूरत होती है तो मैैं अपनी जिमेदारी निभाता हूं।

आपके पास थोड़ा खाली समय होता है, तो आप क्या करते हैैं?
मैैं हमेशा जनता के संपर्क में रहता हूं। खाली समय मिलने पर सबसे पहले ऐसे लोगों को फोन करता हूं, जो 10-15 दिन से नजर नहीं आते। संपर्क हमारी पूंजी है। मेरे मोबाइल में करीब 25 हजार नंबर हैैं। मैैं नए लोगों से भी खुद को कनेक्ट करता हूं। खाली वक्त में प्रेरणादायक पुस्तकों को पढऩे के साथ ही संघ के विचारों को लेकर मनन करता हूं।

आप खुद को फिट रखने के लिए क्या कदम उठाते हैैं?
सबसे पहले सुबह जल्दी उठता हूं और पेपर पढऩे के बाद नियमित रूप से एक्सरसाइज भी करता हूं।

आपको इतनी ऊर्जा कहां से मिलती है?
मेरे लिए तो जनता का आशीर्वाद ही ऊर्जा का स्त्रोत है। जिम्मेदारियां जरूर हैैं लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हम जनता से खुलकर न मिलें और उनकी समस्याएं दूर न करें। जनता की मुस्कान ही हमें ऊर्जावान बनाती है।

आपका शेड्यूल बिजी रहता है, ऐसे में परिवार के साथ क्वालिटी टाइम कैसे स्पेंड करते हैैं?
मैैं परिवार के साथ क्वालिटी टाइम जरूर स्पेंड करता हूं। अगर मुझे किसी पारिवारिक शादी समारोह, मुंडन, बर्थडे पर जाना होता है तो परिवार को साथ लेकर जाता हूं। इससे दो फायदे होते हैैं, एक तो हम सभी मिलकर फंक्शन अटेंड कर लेते हैैं और साथ में समय भी बिता लेते हैैं।

जुमे की नमाज पर जो हुआ और उसके बाद बुलडोजर की कार्रवाई पर सवाल उठे। आप तो कानून मंत्री भी रहें, क्या मानते है आप?
यूपी में कानून का राज है। बेहतर कानून व्यवस्था को लेकर सरकार प्रतिबद्ध है। हमारी सरकार कोई भी ऐसा काम नहीं कर रही है या करेगी, जो कानूनन गलत होगा।

इस समय अग्निपथ योजना चर्चा में है। इस योजना को लेकर आपकी क्या राय है?
निश्चित रूप से युवाओं के लिए यह बेहतर योजना है। मेरी सभी युवाओं से यही अपील है कि भरोसे के साथ सेना ज्वॉइन करे। जो भी निर्णय लिया गया है, वो आपके हित में है। अगर कोई भी सवाल है या दिक्कत है तो हम हर एक बिंदु पर खुलकर बात करने को तैयार हैैं। दरअसल में, इस योजना को लेकर दुष्प्रचार किया जा रहा है, जिसकी वजह से युवा भ्रमित हो रहे हैैं। मैैं स्पष्ट कर दूं कि योजना बेहद लाभकारी है।

युवा शक्ति के लिए आप प्रेरणास्त्रोत हैैं। ऐसे युवाओं को क्या संदेश देना चाहेंगे, जो राजनीति में आना चाहते हैैं?
हम उन सभी युवाओं के साथ हैैं, जो राजनीति में आना चाहते हैैं। नौजवानों के राजनीति में आने से तस्वीर बदलेगी। मेरी युवाओं से अपील है कि भाजपा से जुड़कर राजनीतिक सफर की शुरुआत करें और देश व प्रदेश के विकास में योगदान दें। भाजपा ही एकमात्र पार्टी हैैं, जो किसी भी युवा कार्यकर्ता को प्रदेश अध्यक्ष से लेकर पार्टी के अन्य महत्वपूर्ण पदों पर आसीन कर सकती है।

(लेखक @Dharmendra_Lko दैनिक जागरण आई नेक्स्ट में सीनियर न्यूज एडिटर हैं )