लखनऊ (ब्यूरो)। यूपी पुलिस में सिपाही पद पर भर्ती होने के लिए एक युवक ने फर्जी खेल प्रमाणपत्र लगा दिया। युवक ने उसके बल पर परीक्षा भी पास कर ली थी, लेकिन डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के दौरान उसका फर्जीवाड़ा पकड़ लिया गया। यूपी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के उपाधीक्षक की तरफ से आरोपी युवक के खिलाफ हुसैनगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है।

534 खिलाडिय़ों की सीधी भर्ती में हुआ शामिल

यूपी पुलिस में स्पोट्र्स कोटे के लिए पद निकाले गए थे, जिसमें कुल 534 खिलाडिय़ों को सीधी भर्ती मेें शामिल किया गया था। इस मामले में पुलिस उपाधीक्षक रविराज सिंह चौहान ने हुसैनगंज में मुकदमा दर्ज कराया है। यूपी पुलिस में आरक्षी नागरिक पुलिस के 534 पदों पर कुशल खिलाडिय़ों की सीधी भर्ती 2022 के लिए 28 सितंबर 2022 को विज्ञप्ति जारी हुई थी। जिसमें खेल की 22 विभिन्न विधाओं के अन्तर्राष्ट्रीय, भारतीय ओलम्पिक संघ एवं उससे मान्यता प्राप्त खेल परिसंघों आदि मान्यता प्राप्त अखिल भारतीय विश्वविद्यालय प्रतियोगिताओं में पिछले दो वर्षों में पदक अर्जित करने वाले भाग ले सकते हैं। इसी भर्ती के प्रमाण पत्र सत्यापन के लिए 8 जनवरी 2023 को मूल प्रमाण पत्रों सहित 35 बटालियन पीएसी, लखनऊ में आवेदन करने वालों को बुलाया गया था, जिसमें आरोपी युवक भी पहुंचा था।

1500 मीटर दौड़ में खुद को बताया विजेता

सीधी भर्ती के प्रमाण पत्रों के सत्यापन के बाद कौशल परीक्षण के लिए भारतीय खेल प्राधिकरण, कानपुर रोड, लखनऊ, 35 बटालियन पीएसी, लखनऊ एवं अन्य निर्दिष्ट स्थानों पर संबंधित खेलों के विशेषज्ञों की गठित कौशल परीक्षण समिति द्वारा संबंधित खेलों का कौशल परीक्षण किया गया। जिसके बाद अभ्यर्थियों के खेल प्रमाण पत्रों को जारी करने वाले संस्थानों से आख्या मांगी गई। आवेदनकर्ताओं ने अपने प्रमाणपत्र जमा कराए थे। जिनके पत्रपत्रों की भर्ती बोर्ड द्वारा जांच कराई गई थी। जिसमें सामने आया कि बागपत के चांदीनगर निवासी शेखर ढाका 1500 मीटर दौड़ का एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा जारी प्रमाण पत्र फर्जी है। जांच के बाद इस मामले में आवेदनकर्ता सिपाही शेखर ढाका के खिलाफ हुसैनगंज थाना में एफआईआर दर्ज कराई गई है। पुलिस उपाधीक्षक रविराज की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जा रही हैं।