लखनऊ (ब्यूरो)। एलडीए में एक और खेल सामने आया है। यह खेल ग्रुप हाउसिंग के नाम पर पास कराए जा रहे नक्शों से जुड़ा है। दरअसल, प्राधिकरण से तो ग्रुप हाउसिंग फ्लैट्स के नाम पर नक्शा पास कराया जा रहा है पर एक्चुअल साइट डेवलप नहीं की जा रही है। यह सच प्रारंभिक जांच में सामने आया है, जिसके बाद प्राधिकरण ने 12 से अधिक ग्रुप हाउसिंग के नक्शों की जांच शुरू कर दी है। जो भी फर्जीवाड़ा करता मिलेगा, उनके खिलाफ ध्वस्तीकरण की कार्रवाई के साथ-साथ जुर्माना भी लगाया जाएगा।

आउटर एरिया पर निशाना

अभी जिन नक्शों की जांच की गई है, उनमें ज्यादातर शहर के आउटर एरिया से जुड़े हुए हैैं। इन एरियाज में सुल्तानपुर रोड, रायबरेली रोड, गोमती नगर विस्तार इत्यादि शामिल हैैं। ऐसा नहीं है कि सभी ग्रुप हाउसिंग के नक्शों में खेल किया गया है, लेकिन कईयों में मानकों में घपला किए जाने की जानकारी सामने आई है। जिसके बाद प्राधिकरण की ओर से स्पेशल टीम लगाकर ग्रुप हाउसिंग के नक्शों की जांच शुरू करा दी गई है।

नक्शे में जमकर घपलेबाजी

ग्रुप हाउसिंग के नाम पर ज्यादातर खेल किया जा रहा है। इसकी वजह यह है कि ग्रुप हाउसिंग के जो नक्शे पास किए जाते हैैं, उनमें डेवलपर की ओर से बताया जाता है कि वो साइट पर आवासीय फ्लैट्स डेवलप करेगा, लेेकिन कुछ दिन बाद ही वहां पर प्लॉटिंग शुरू कर देते हैैं। चूंकि प्राधिकरण के पास कई शिकायतें पहुंचीं, इसे ध्यान में रखते हुए ही कई ग्रुप हाउसिंग के नक्शों की औचक जांच कराई गई, जिसमें इन शिकायतों की पुष्टि हुई। अगर जनता ये प्लॉट खरीद लेती तो भविष्य में उन्हें ही परेशानियों का सामना करना पड़ता। हाल में ही एलडीए की ओर से कई प्लॉटिंग्स के खिलाफ भी ध्वस्तीकरण का अभियान चलाया गया है। जिससे साफ हुआ कि प्लॉटिंग के नक्शों को पास ही नहीं कराया जा रहा है बल्कि धड़ल्ले से प्लॉटिंग कर जनता को ठगा भी जा रहा है। वहीं, आवासीय योजना के नाम पर भी जनता के साथ खिलवाड़ हो रहा है।

ध्वस्तीकरण किया जाएगा

ग्रुप हाउसिंग के नक्शों की जांच पूरी होते ही जो भी नक्शे पूरी तरह से भू परिवर्तन के खिलाफ मिलेंगे, उन्हें तत्काल निरस्त किया जाएगा। इसके साथ ही प्राधिकरण की टीम मौके पर जाकर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई कर सकती है। इसके साथ ही जिन डेवलपर्स के नाम सामने आएंगे, उनके खिलाफ भी जुर्माना संबंधी कार्रवाई की जाएगी। यह जुर्माना प्राधिकरण की ओर से साइट बेस के आधार पर लगाया जाएगा। वहीं, प्राधिकरण की ओर से आवासीय और कॉमर्शियल साइट्स के नक्शों की भी जांच शुरू कर दी गई है। अभी तक 100 से अधिक ऐसी साइट्स सामने आई हैैं, जिनके नक्शों में खेल किया गया है।

जनता से भी अपील

प्राधिकरण की ओर से जनता से भी अपील की गई है कि उन्हीं साइट्स में पैसा लगाएं, जिनके नक्शे प्राधिकरण की ओर से स्वीकृत किए गए हैैं। कहीं भी प्लॉट या मकान लेने से पहले यह जरूर देख लें कि संबंधित योजना का नक्शा पास है या नहीं साथ ही भू उपयोग भी देखें। अगर फर्जीवाड़ा मिले तो तत्काल प्राधिकरण को जानकारी दें।

ग्रुप हाउसिंग के नक्शों के नाम पर जमकर खेल किया जा रहा है। कुछ मामले सामने आए हैैं, जिसके आधार पर कई बिंदुओं पर जांच शुरू करा दी गई है। जो भी फर्जीवाड़ा सामने आएगा, उसके आधार पर तत्काल एक्शन लिया जाएगा।

-डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, वीसी, एलडीए