लखनऊ (ब्यूरो)।
एसजीपीजीआई
करीब डेढ़ गुना तक बढ़े मामले
एसजीपीजीआई के कार्डियोलॉजी विभाग के प्रो। नवीन गर्ग के अनुसार कोरोना के बाद से 45 वर्ष से कम उम्र की महिलाओं में हार्ट अटैक के मामले डेढ़ गुना तक बढ़ गए हैं। अब हर माह ऐसे तीन से चार मामले सामने आ रहे हैं। अब को मेंसुरेशन के दौरान भी महिलाओं को हार्ट अटैक पड़ रहा है। इसकी वजह खराब लाइफस्टाइल, स्मोकिंग आदि भी हो सकता है।

केजीएमयू
करीब 15 फीसद तक बढ़े मामले
केजीएमयू के लारी कार्डियोलॉजी के डॉ। अक्षय प्रधान के मुताबिक 45 की उम्र के नीचे की महिलाओं में पहले के मुकाबले हार्ट अटैक के मामले बढ़े हैं। अमूमन माना जाता है कि महिलाओं को एस्ट्रोजन व प्रोजेस्टेरोन हार्मोन हार्ट की बीमारी होने से बचाते हैं। लेकिन, इधर हमारे यहां 10 से 15 फीसद हार्ट अटैक के मामले ऐसे आ रहे हैं, जिसमें महिलाओं की उम्र 45 वर्ष से कम है।

लोहिया संस्थान
बढ़े हैं हार्ट अटैक के मामले
लोहिया संस्थान के कार्डियोलॉजी विभाग के एचओडी डॉ। भुवन तिवारी बताते है कि महिलाओं में कम उम्र में हार्ट अटैक के केसेस बढ़े हैं। इसके कई कारण है। लेकिन, कोरोना की वजह से मामले बढ़े होंगे, इसके बारे में अभी रिसर्च की जरूरत है। हालांकि, कुछ स्टडी इस ओर इशारा जरूर कर रही हैं। इसके अलावा स्मोकिंग व अल्कोहल का भी मामला हो सकता है। हमारे यहां यंग एज में हार्ट अटैक के करीब 100 से 125 केसेस हर माह आ रहे है। इसमें करीब 40 फीसद महिलाएं होती है।

ये कारण हो सकते हैं
- अधिक उम्र में शादी और प्रेग्नेंसी
- महिलाओं का घर का काम कम करना
- महिलाओं में स्मोकिंग की आदत का बढऩा
- देर रात सोना और फिजिकल एक्सरसाइज न करना
- बेवजह की चीजों का तनाव लेना

ऐसे करें बचाव
- लाइफ स्टाइल चेंज करें
- स्मोकिंग व अल्कोहल न लें
- तनाव न लें
- फिजिकल एक्सरसारइज करें
- अपनी डायट सही रखें
- अच्छी नींद लें