लखनऊ (ब्यूरो)। गोमतीनगर एक्सटेंशन स्थित इकाना स्टेडियम परिसर में कई हजार टन का यूनीपोल सोमवार शाम पांच बजे आई तेज आंधी को झेल न सका और स्टेडियम के बीच वाली सर्विस लेन पर भरभरा कर गिर गया। इसकी चपेट में उधर से गुजर रहा एक वाहन (स्कार्पियो) आ गया, जिसमें सवार तीन लोग दब गए। कड़ी मशक्कत के बाद कार में सवार तीनों घायलों को बाहर निकाला गया और अस्पताल भेजा गया। जहां मां-बेटी की मौत हो गई, जबकि कार चालक की हालत चिंताजनक बनी हुई है। यूनीपोल की चपेट में आने से एक अन्य राहगीर भी घायल हुआ है। नगर निगम की तरफ से विज्ञापन एजेंसी ओरिजिन्स के खिलाफ तहरीर देने की तैयारी हो रही है।

इकाना परिसर में लगे हैैं आठ यूनीपोल

जो यूनीपोल गिरा, वो इकाना स्टेडियम परिसर (पार्किंग एरिया) में लगा था। जिस जगह से यूनीपोल का पिलर उखड़ा है, उसे देखकर लग रहा था कि वह कमजोर था। नट बोल्ट में जंग लग चुकी थी। इस मामले में इकाना स्टेडियम प्रबंधन और यूनीपोल लगाने वाली एजेंसी ओरिजिन्स जांच के घेरे में आ गई है।

तेजी से हिलने लगा यूनीपोल

यह यूनीपोल प्लासियो माल के सामने चौराहे के एक साइड पर इकाना स्टेडियम परिसर में लगा था। लोहे के पिलर पर खड़े यूनीपोल को करीब 28 नट बोल्ट से कसा गया था। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि शाम पांच बजे के करीब तेज आंधी के साथ ही यूनीपोल ऐसे हिलने लगा, जैसे भूकंप आ गया हो। अचानक वह झुकने लगा। यह देख वहां पहले से खड़ा एक कार चालक तो आगे बढ़ गया, लेकिन पीछे से आ रही स्कार्पियो (यूपी 78 सीआर 2613) पर लोहे का भारी भरकम ढांचा गिर पड़ा और पूरी सड़क पर फैल गया। तेज आवाज सुन सड़क से गुजर रहे लोग सहम गए। स्कार्पियो पर इतना अधिक लोहे का ढांचा गिर गया था कि कोई चाहकर भी उसे हटा नहीं पा रहा था। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस और बचाव राहत टीम ने जेसीबी की मदद से लोहे के ढांचे को हटाया और कार में दबे लोगों को एंबुलेंस से अस्पताल भेजा।

इंदिरानगर निवासी थे मां-बेटी

वाहन से मिले मोबाइल फोन व अन्य कागजात से दबे लोगों की पहचान की गई। मौके पर आए मोहित ने मृतकों की पहचान अपनी इंदिरानगर सी-ब्लॉक निवासी 38 वर्षीय बहन प्रीती जग्गी और भांजी 13 वर्षीय एंजल के रूप में की। वहीं, खुर्रमनगर निवासी कार चालक सरताज घायल है। घायलों में एक राहगीर भी है, जिसको केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है।

चालक का हाथ नजर आया

सोशल मीडिया पर तेजी से घटना का वीडियो वायरल हुआ। जिसमें साफ देखा जा सकता है कि लोहे के भारी भरकम एंगल गिरने से पूरी कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई थी। कार में फंसा चालक अपना हाथ बाहर निकालकर मदद मांग रहा था। वहां मौजूद लोग चाहकर भी उसकी मदद नहीं कर पा रहे थे। हादसे के बाद मौके पर हजारों लोगों की भीड़ जमा हो गई, जिसकी वजह से राहत कार्य में थोड़ी समस्या भी आई।

एक ही फ्रेम में एलईडी स्क्रीन भी

जो यूनीपोल गिरा, उसके ऊपरी हिस्से में तो भारी भरकम होर्डिंग लगी हुई थी, जबकि सेकंड लेयर में एलईडी स्क्रीन भी लगी हुई थी। इससे खुद अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब इतना भारी भरकम यूनीपोल गिरा होगा तो कार सवारों की क्या स्थिति हुई होगी।

रिपोर्ट नहीं लगी थी

कई साल से यह यूनीपोल लगा है, जिस पर प्रचार हो रहा था। इस वर्ष नगर निगम में अनुज्ञा शुल्क इसलिए जमा नहीं हो रहा था, क्योंकि स्ट्रक्चरल इंजीनियर (ढांचा मजबूती के लिए) रिपोर्ट नहीं लगी थी। पिछले साल भी यह रिपोर्ट नहीं दी गई थी।