लखनऊ (ब्यूरो)। लखनऊ यूनिवर्सिटी के सोशल वर्क डिपार्टमेंट के राधाकमल मुखर्जी सभागार में स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन हुआ। यह कार्यक्रम यूथ काउंसिल सेंटर ने कराया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो। राजकुमार सिंह ने की। इसमें एलयू के मुख्य कुलानुशासक प्रो। राकेश द्विवेदी, चिकित्सा अधिकारी, फैमिली प्लैनिंग एसोसिएशन इंडिया डॉ। अलका जैन और प्रबंधक, फैमिली प्लैनिंग एसोसिएशन इंडिया कमल रिजवी शामिल रहे। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि के रूप में डॉ। अलका जैन ने स्टूडेंट्स को स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण विषय पर जानकारी दी। उन्होंने शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य की महत्वता बताते हुए इसे बेहतर बनाने की दिशा में उपयोगी क्रियाकलापों को भी बताया। अपने दैनिक जीवन में ओरल केयर फिजिकल केयर मेंटल वैलनेस एवं हेल्थ एंड हाइजीन को व्यवस्थित कर स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से बच सकता है। स्टूडेंट्स को स्वास्थ्य एवं पोषण पर बनी लघु फिल्म को भी स्टूडेंट्स को दिखाई गई। कार्यक्रम में स्टूडेंट्स व कर्मचारियों की निशुल्क खून की जांच भी की गई। मौके पर राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ। मोहिनी गौतम, डॉ। मीरा सिंह व समाज कार्य विभाग के सहायक आचार्य डॉ। रमेश कुमार त्रिपाठी मौजूद रहे। इस मौके पर 180 स्टूडेंट्स ने भाग लिया।

पहले एग्जाम देने को बोला, अब रोक रहे
एक तरफ लखनऊ यूनिवर्सिटी प्रशासन छात्रसंघ बहाली को लेकर धरना करने वाले स्टूडेंट्स से प्रदर्शन खत्म कर क्लास करने व परीक्षा देने की अपील कर रहा है। वहीं दूसरी ओर, उन स्टूडेंट्स को परीक्षा देने से रोका भी जा रहा है। स्टूडेंट्स ने एलयू प्रशासन पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए परीक्षा देने से रोकने को लेकर वीसी से भी शिकायत की है। लखनऊ यूनिवर्सिटी में एमए के छात्र विंध्यवासिनी शुक्ला ने आरोप लगाया है कि उनको एमए डिफेंस स्टडीज की मिड टर्म परीक्षा में बैठने नहीं दिया गया। छात्र का आरोप है कि समन्वयक डॉ। ओपी शुक्ला ने परीक्षा देने से रोक दिया। छात्र ने बताया कि फर्जी आरोप लगाकर मुझे परीक्षा देने से रोका गया। जब मैंने अटेंडेंस दिखाने की बात की, तो समन्वयक इधर-उधर की बात करने लगे। छात्र ने बताया कि हम लोग 207 दिनों से छात्रसंघ बहाल किए जाने की मांग कर रहे हैं। इस कारण एलयू प्रशासन परीक्षा देने से रोक रहा है।