लखनऊ (ब्यूरो)। लखनऊ यूनिवर्सिटी की शुरुआत से जुड़ी जानकारियां अब स्टूडेंट्स को परिसर में ही मिल सकेगी। एलयू के जूलॉजी डिपार्टमेंट में हेरिटेज प्वॉइंट का अनावरण हुआ। यह एलयू के शताब्दी वर्ष का प्रतीक है। सोमवार को एलयू के कुलपति प्रो। आलोक कुमार राय ने हेरिटेज वॉक का अनावरण किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि एलयू का इतिहास बहुत वृहद है। इसकी शुरुआत से लेकर यहां क्या-क्या खास बातें हैं, इनके बारे में यहां पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को जानकारी होनी चाहिए। ऐसे में यह हेरिटेज प्वॉइंट उन्हें लखनऊ यूनिवर्सिटी के इतिहास से रूबरू कराने में अहम रोल प्ले करेगा।

यह है खास

हेरिटेज प्वॉइंट के बगल में एक पत्थर में एलयू का पूरा इतिहास अंकित है। कैसरबाग में एक कॉलेज के रूप में इसकी शुरुआत से लेकर इसकी वर्तमान स्थिति और एक विवि के रूप में स्थापना तक लखनऊ यूनिवर्सिटी की ऐतिहासिक प्रगति का लिखित दस्तावेज शामिल है। इसमें आम के पेड़ से स्पष्ट वार्षिक छल्लों वाला एक लकड़ी का लट्ठ भी दिखाया गया, जिसे परिसर से ही एकत्र किया गया था। लखनऊ में बीरबल साहनी इंस्टीट्यूट ऑफ पैलियोसाइंस (बीएसआईपी) के वैज्ञानिकों के अनुसार, लठ्ठा भी एक सदी से अधिक पुराना है।

जूलॉजी डिपार्टमेंट की प्रोफसर का था आइडिया

हेरिटेज प्वॉइंट को लेकर जूलॉजी डिपार्टमेंट की प्रमुख प्रोफेसर संगीता रानी ने आइडिया दिया था। अनावरण कार्यक्रम में छात्र कल्याण संकायाध्यक्ष पूनम टंडन और प्राणीशास्त्र विभाग से प्रोफेसर निरुपमा अग्रवाल, प्रोफेसर शैली मलिक, प्रोफेसर गीतांजलि मिश्रा के साथ-साथ अन्य संकाय सदस्यों ने भाग लिया।