लखनऊ (ब्यूरो)। लखनऊ यूनिवर्सिटी के सबसे पॉपुलर सर्टिफिकेट व पीजी डिप्लोमा कोर्स गर्भ संस्कार में अब स्टूडेंट्स को मानव विकास व लाइफ मैनेजमेंट का पाठ भी पढ़ाया जाएगा। इंस्टिट्यूट ऑफ विमेन स्टडीज में सर्टिफिकेट व पीजी डिप्लोमा कोर्स में स्टूडेंट्स को मेंटल हेल्थ, न्यूट्रीशन, न्यूरोलॉजिकल डिवेलपमेंट व गर्भ में शारीरिक व मानसिक बदलाव समेत अन्य विषयों की पढ़ाई कराई जाती है।

बढ़ रही है डिमांड

इंस्टिट्यूट ऑफ विमेन स्टडीज, गर्भ संस्कार कोर्स की समन्वयक डॉ। मानिनी श्रीवास्तव ने बताया कि इस कोर्स की डिमांड तेजी से बढ़ रही है। कोर्स में आवेदन के लिए गाइनिकॉलजिस्ट, नर्सेज, न्यूट्रीशन व हेल्थ सेक्टर से जुड़े लोगों के साथ-साथ होम साइंस, आर्मी मेडिकल फील्ड से भी आवेदन आ रहे हैं।

आवेदन सर्टिफिकेट व पीजी डिप्लोमा कोर्स

डॉ। मानिनी ने बताया कि विभाग में गर्भ संस्कार का सर्टिफिकेट व पीजी डिप्लोमा कोर्स चलता है। दोनों कोर्स में 30-30 सीटें निर्धारित हैं। सर्टिफिकेट कोर्स जहां 6 महीने का कराया जाता है वहीं पीजी डिप्लोमा कोर्स की अवधि 1 साल है। 18 हजार रुपये प्रति सेमेस्टर फीस निर्धारित है।

तीन साल पहले शुरू हुआ था कोर्स

गर्भ संस्कार कोर्स एलयू में तीन साल पहले शुरू हुआ है। इस कोर्स में बच्चे के गर्भ में रहने से लेकर उसके जीवन विकास से जुड़ी जानकारी दी जाती है।

प्लेसमेंट की जा रही है व्यवस्था

इस कोर्स को करने के बाद एलयू प्लेसमेंट की गारंटी देता है। प्लेसमेंट में स्टूडेंट की मेरिट का अहम रोल होता है, लेकिन हम कोशिश कर रहे हैं कि इस साल से प्लेसमेंट को और बढ़ाया जाए ताकि स्टूडेंट्स को रोजगार मिले। जो स्टूडेंट्स अप्लाई करना चाहते हैं वे एलयू की वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। इसमें डायरेक्ट एडमिशन होता है।

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पीएचडी स्टूडेंट्स का हुआ संवाद सत्र

एलयू के रसायन विज्ञान विभाग, में नव प्रवेशित पीएचडीसत्र 2022-23 के स्टूडेंट्स के लिए एक संवाद सत्र का आयोजन हुआ। इस दौरान रसायन विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो। अनिल मिश्रा ने नव प्रवेशित पीएचडी छात्रों से बातचीत की और विभाग के बारे में बताया। उन्होंने सभी छात्रों से उनकी शोध रुचि के क्षेत्र के बारे में भी पूछा और आश्वासन दिया कि उन सभी की अनुसंधान आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए हर उपाय किए जाएंगे। छात्रों को बताया गया कि लखनऊ यूनिवर्सिटी 109वीं भारतीय विज्ञान कांग्रेस का आयोजन कर रहा है और इन छात्रों को सभी गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लेने और खुद को समृद्ध करने के लिए कहा गया।

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रग्बी में ग्रामीण युवाओं को शामिल करने की जरूरत

लखनऊ यूनिवर्सिटी के मंथन कक्ष में एक्टर व भारतीय रग्बी एसोसिएशन के अध्यक्ष राहुल बोस ने लखनऊ रग्बी कप का उद्घाटन किया। इस मौके पर एलयू के कुलपति प्रो। आलोक कुमार राय भी मौजूद रहे। एलयू क्रीड़ा परिषद के अध्यक्ष प्रो। रुपेश कुमार ने रग्बी एसोसिएशन के सभी पदाधिकारियों का स्वागत किया। प्रो। रुपेश ने बताया किराहुल बोस रग्बी के नेशनल खिलाड़ी हैं, जिन्होंने 15 नेशनल और 5 इंटरनेशनल टूर्नामेंट खेल कर देश विदेश में रग्बी का नाम रोशन किया है। इस अवसर पर उद्घाटन के मौके पर राहुल बोस ने रग्बी खेल के विकास एवं उससे संबंधित प्रतियोगिताओं को बढ़ावा देने के लिए नेशनल लेवल पर अभियान चलाने की बात की। उन्होंने बताया कि रग्बी खेल को प्रोत्साहन देने के लिए ग्रामीण क्षेत्र के खिलाडिय़ों को आगे लाया जाएगा, ताकि उनमें खेल भावना का विकास हो और उनके द्वारा रग्बी में पदक लाया जा सके। इस मौके पर रग्बी एसोसिएशन के सचिव अमित कुमार डे, राजेश पाल अध्यक्ष, मुजीबुल्ला खान, और शशिकांत वर्मा व डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रो। पूनम टंडन, प्रो। संगीता साहू निदेशक आईक्यूएसी एवं रग्बी के सभी खिलाड़ी मौजूद रहे।