लखनऊ (ब्यूरो)। केजीएमयू के माइक्रोबायोलॉजिस्ट डॉ। शीतल वर्मा के मुताबिक जो भी लोग बाहर से आये हैं या उनकी ट्रैवल हिस्ट्री है, तो 21 दिनों तक खुद पर नजर रखें। अगर इस दौरान बुखार और रेशेज आये तो छुपाये बिलकुल नहीं। यह संक्रमण हाई रिस्क पापुलेशन में देखा जा रहा है। ऐसे में तत्काल इसकी जानकारी दें, ताकि इसे फैलने से रोका जा सके।

मल्टीपल पार्टनर अवाइड करें

जो भी मंकीपॉक्स के केसेस सामने आ रहे हंै, इस बार उनमें बड़ी संख्या में मल्टीपल पार्टनर वाले मरीज ज्यादा देखने को मिल रहे हैं। यानि यह संक्रमण सेक्सुअली ट्रांसमिट हो रहा है। जिसकी वजह से सेक्सुअल पार्ट पर इसके लक्षण सबसे पहले देखने को मिल रहे है। ऐसे में बचाव के लिए मल्टीपल पार्टनर से रिलेशन बनाने से परहेज करें और सैक्सुअल हायजीन का पूरी तरह से ध्यान रखें।

खुद को आइसोलेट करें

मंकीपॉक्स वायरस, कोरोना वायरस की तरह एयरबोर्न नहीं है। यह केवल बेहद नजदीकी संपर्क में आने से फैलता है। इसलिए अगर शरीर पर दाने और बुखार जैसे लक्षण आये तो तुरंत खुद को आइसोलेट कर लें। साथ ही इसकी जानकारी अपने डॉक्टर को दें, ताकि समय पर इसकी जांच और इलाज हो सके।

ऐसे करें बचाव

- पर्सनल हायजीन रखें

- बेड शेयर न करें

- पर्सनल चीज दूसरों से शेयर न करें

- मास्क पहनें

- दाने हो तो दिखाएं कि पता चल सके कि बीमारी क्या है