Lucknow: मैं अपना स्कूल बैग टांग कर एक एड एजेंसी गया स्कूल का सोवेनियर फार्म लेने। वो लोग एक चाइल्ड आर्टिस्ट का वेट पहले से ही कर रहे थे। मुझे देखते ही उन्हें लगा कि मैं ही वो बच्चा हूं। उन्होंने कहा अरे यू आर द वन और मुझे शूट करने ले गये मैं हैरान था कि अरे यह सब इतनी आसानी से कैसे हो गया और फिर मैं बस काम करता रहा.
एक एड एजेंसी की उस गलती की वजह से मैं आज यहां हूं, लेकिन इसमें मेरे टैलेंट का पूरा रोल है। यह कहना है डांसर, एंकर, कोरियोग्राफर, कास्टिंग डायरेक्टर इमाम सिद्दीकी का। इमाम गुरुवार को यू टीवी स्टार्स के नये शो द चूजेन वन के ऑडीशन लेने के लिए शहर में मौजूद थे।
अब माइंड सेट बदल चुका है
आज के टैलेंट के बारे में बात करते हुए इमाम सिद्दीकी कहते हैं कि पहले कहा जाता था कि जो कुछ नहीं कर सकता वो ग्लैमर वल्र्ड का रुख कर लेता है, वहां अपनी किस्मत आजमाता है, लेकिन मैं यही कह सकता हूं कि अब माइंड सेट पूरी तरह से चेंज हो चुका है। परदे पर आने के लिए, एक चांस मिलने के लिए प्रोफेशनल्स अपना काम छोड़ कर आ रहे हैं.
इंजीनियर्स, डॉक्टर्स, आर्कीटेक्ट, डेंटिस्ट हर कोई ऑडीशंस का हिस्सा बनते हैं और सबसे अच्छी बात यह है कि पेरेंट्स उनके साथ होते हैं और उनकी हौसलाअफजाई करते हैं।
मैं इंग्लिश में सोचता हूं
नौ साल की उम्र में अपनी लिखी कविता के लिए नेशनल एवार्ड जीतने वाले इमाम कहते हैं कि मेरी पूरी फैमिली की तालीम उर्दू में हुई है, लेकिन मेरी तालीम इंग्लिश में हुई और बड़े अफसोस से यही कहूंगा कि मैं सोचता भी इंग्लिश में हूं। कविता लिखने का वो शौक आज भी बरकरार है और पालीटिकल सैटायर पर मैं खूब लिखता हूं।