लखनऊ (ब्यूरो)। इन दिनों सर्दी और शीतलहर का प्रकोप चल रहा है। ऐेसे मौसम में ब्रेन स्ट्रोक के मामलों में भी करीब 30 फीसदी तक की बढ़ोतरी हो जाती है। आजकल राजधानी के मेडिकल कॉलेजों में ब्रेन स्ट्रोक के कारण हेमरेज केसेस की संख्या बढ़ गई है। डॉक्टर्स के मुताबिक, सर्दी में ब्लड प्रेशर लेवल गड़बड़ हो जाता है, जिसकी वजह से ब्रेन स्ट्रोक का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। आजकल कम उम्र में भी हेमरेज के केसेस देखने को मिल रहे हैं। लोगों को अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखना चाहिए।

30 फीसदी तक बढ़े मामले

केजीएमयू न्यूरोलॉजी विभाग के एचओडी प्रो। आरके गर्ग के अनुसार, सर्दी में ब्रेन हेमरेज के मामले बढ़ गये हैं। रोजाना 7-8 मामले आ रहे हैं। दूसरे जिलों के भी मरीज ज्यादा आ रहे हैं। जाड़े में 25-30 फीसदी मामले बढ़ गये हैं। ठंड में बीपी ज्यादा गड़बड़ हो जाता है। जाड़े में खून की नालियां सिकुड़ जाती हैं, जिससे बीपी बढ़ जाता है। सिर में खून की नली का फटना या खून का थक्का जमने से स्ट्रोक और हेमरेज हो सकता है। ऐसे में, समय रहते इलाज करवाना बेहद जरूरी है। बुजुर्गों और जिनको बीपी की समस्या है, वे इस मौसम में खास एहतियात बरतें।

शुरुआत के 4:30 घंटे बेहद अहम

लोहिया संस्थान के न्यूरोलॉजी विभाग के एचओडी डॉ। अजय सिंह ने बताया कि सर्दी में स्ट्रोक के मामले इसलिए बढ़ जाते हैं, क्योंकि लोग ठंडे पानी से नहाते हैं, खुले में कपड़े बदलते हैं या देर रात टायलेट के लिए बाहर निकलते हैं। इस दौरान ठंड लगने से बीपी बढऩे से मामले बढ़ जाते हैं, जिसकी वजह से मौत तक हो सकती है। ऐसे में, शुगर और बीपी के मरीजों को अपना ज्यादा ध्यान रखना चाहिए। सर्दी में ब्रेन हेमरेज के 30-40 फीसदी तक मामले बढ़ जाते हैं। अगर किसी को स्ट्रोक थक्का जमने की वजह से हो और उसे 4:30 घंटे के अंदर अस्पताल पहुंच जाये, तो अब ऐसी दवाएं आ गई हैं, जिनसे उसे ठीक किया जा सकता है।

इन लक्षणों का रखें ध्यान

-लकवा

-सिरदर्द

-बेहोशी

-हाथ-पैर सुन्न होना

-डबल विजन

-उल्टी और मितली आना

ऐसे करें बचाव

-बीपी कंट्रोल में रखें

-शुगर कंट्रोल में रखें

-दवा समय पर लेते रहें

-खुद ही दवा बंद न करें