लखनऊ (ब्यूरो)। भारत अब रूढि़वादी सोच से बाहर निकल रहा है, इसमें सबसे महत्वपूर्ण भूमिका महिलाएं निभा रही हैं। यह बात राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने रविवार को कही। वह डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी की ओर से आईईटी में आयोजित आविर्भाव प्रकट्य दिवस और मातृ दिवस के मौके पर बोल रही थीं। आज के दिन ही विधानसभा द्वारा एक्ट पारित होने के बाद यूनिवर्सिटी अस्तित्व में आयी थी। इस मौके पर उन्होंने मातृ शक्ति का सम्मान किया।

महिलाओं को दिये टिप्स

इस दौरान राज्यपाल ने बच्चों के सही पालन-पोषण के बारे में बताया। कहा कि बच्चों में बचपन से ही आत्मनिर्भर बनने की आदत डालनी चाहिए। बतौर विशिष्ट अतिथि कार्यक्रम में शामिल प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल कहा कि इन 22 सालों में यूनिवर्सिटी ने तकनीकी शिक्षा के विकास में योगदान दिया है।

सामाजिक सरोकार भी

अतिथियों का स्वागत करते हुए वीसी प्रो। प्रदीप कुमार मिश्र ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का आभार जताया। कहा कि 22 वर्ष पहले प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश में प्राविधिक शिक्षा के विकास को नया आयाम देने के लिए इस यूनिवर्सिटी शुरुआत की थी। डीएम अभिषेक प्रकाश ने अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।

इनका हुआ सम्मान और अभिनंदन

राज्यपाल ने पांच बच्चों काजल, शांति, अभिलाषा, स्वाति, लक्ष्मी और पांच आईईटी छात्राओं आंचल, उन्नति, शिल्पी, रीना, शालिनी को सम्मानित किया, जो इन बच्चों को पढ़ाती हैं। साथ ही यूनिवर्सिटी कर्मचारियों के गोद लिये अनाथ बच्चों राजमणि और शिवानी का भी सम्मान किया। वहीं, आईईटी तीन महिला कर्मियों का भी सम्मान किया। इसके अलावा दो महिला ग्राम प्रधान आकांक्षा और राधा शुक्ला, दो महिलाओं कंचन व सविता को सम्मानित किया।