लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी में एच3एन2 वायरस के लक्षण वाले मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में मरीज खांसी-जुकाम की समस्या लेकर आ रहे हैं। यह समस्या एक-दो सप्ताह से लगातार बनी हुई है। वहीं, इन्फ्लुएंजा के कोविड जैसे लक्षण देखकर लोगों में डर समा गया है। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग ने इसे सामान्य फ्लू बताते हुए एहतियात बरतने की अपील की है। वहीं, इससे बचाव के लिए गाइडलाइन भी जारी की गई है।

भूख भी मार रहा वायरस

लोकबंधु अस्पताल के एमएस डॉ। अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि लंबे समय तक खांसी की शिकायत वाले 15-20 मरीज रोज आ रहे हैं। इसके अलावा वे भूख में कमी की भी शिकायत कर रहे हैं। डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ के साथ मरीजों को मास्क पहनने की सलाह दी गई है। वहीं, माइक्रोबायलॉजिस्ट प्रो। शीतल वर्मा का कहना है कि लक्षण नजर आने पर खुद से कोई दवा या एंटीबायोटिक कतई न लें। डॉक्टर की सलाह के बाद ही कोई दवा लें। इससे घबराने की जरूरत नहीं है। आराम करें और खुद को हाइड्रेटेड रखें।

गाइडलाइन की गई जारी

सीजनल इन्फ्लुएंजा एच3एन2 से बचाव एवं रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा गाइडलाइन जारी की गई है।

इन लक्षणों पर दें ध्यान

- खांसी, गले में खराश

- नाक बहना या नाक बंद रहना

- सिरदर्द

- शरीर में दर्द

- बुखार, ठंड लगना

- सांस फूलना

संक्रमण से ऐसे करें बचाव

- सार्वजनिक स्थलों, चिकित्सालयों, कार्यालयों, बाजारों एवं अन्य भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क एवं सेनेटाइजर का प्रयोग करें

- खांसते एवं छीकते वक्त नाक एवं मुंह ढक कर रखें

- नाक, चेहरा एवं आंख को बार-बार छूने से बचें

- पानी एवं तरल पदार्थ का अत्यधिक प्रयोग करें

- हाथ मिलाने एवं गले मिलने से बचें

- सार्वजनिक स्थलों पर थूके नहीं

- सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें

- वृद्ध एवं बच्चों को उक्त भीड़भाड़ वाली जगहों पर ले जाने से बचें

- इन्फ्लुएंजा के लक्षण आने पर नजदीकी चिकित्सालय में संपर्क करें

- चिकित्सीय परामर्श पर ही दवा का प्रयोग करें