लखनऊ (ब्यूरो)। आज से यूपी बोर्ड की परीक्षा शुरू होने जा रही है। स्टूडेंट्स ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है। तैयारी की टेंशन खत्म होते ही एग्जामिनेशन हॉल को लेकर अलग तरह का प्रेशर हावी हो जाता है। स्टूडेंट्स के इस स्ट्रेस को कम करने में पेरेंट्स का अहम रोल होता है। एक्सपर्ट साइकोलॉजिस्ट सृष्टि श्रीवास्तव कहती हैं कि पेरेंट्स हिदायत देने की बजाय आत्मविश्वास बढ़ाएंगे, तो बच्चों का तनाव कम हो जाता है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने उनसे बातचीत कर जाने कुछ टिप्स:

-पेरेंट्स सपोर्टिव रोल में रहें। अच्छा करना, अच्छे से पेपर देने की हिदायत न दें। इस तरह के निर्देश एंजाइटी बढ़ा देते हैं। उनका आत्मविश्वास जगाएं।

-एग्जाम हॉल में पहुंच कर सबसे पहले गहरी सांस लें। दो घंूट पानी पिएं। क्वेश्चन पेपर धीरे-धीरे पढ़ें। उसके बाद ही उसको हल करें।

-स्पीड व टाइम मैनेजमेंट का ध्यान रखें।

-जो आता है उसपर फोकस करें, जो नहीं आता उसको लेकर तनाव न लें। न आने वाले सवालों को बाद के लिए रखें। उसमें बहुत समय वेस्ट न करें।

-एग्जाम हॉल में एकदम शांत और रिलैक्स रहें। इस तरह आप फोकस होकर सवाल का जवाब दे पाएंगे।

प्रश्नपत्र और उत्तरपुस्तिका में रोल नंबर जरूर लिखें

हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के परीक्षार्थियों को परीक्षा देते समय कई बातों का ध्यान रखना जरूरी है। परीक्षा के दौरान क्या सावधानियां बरती जानी चाहिए इसको लेकर हर स्कूल में शिक्षक लगातार छात्र-छात्राओं को गाइड कर रहे हैं। शिक्षकों ने परीक्षार्थियों के लिए कुछ जरूरी सुझाव दिए हैं।

-परीक्षा से पहले घबराएं नहीं। ठंडे दिमाग से परीक्षा कक्ष में प्रवेश करें।

-प्रश्नपत्र मिलने के बाद 15 मिनट उसको ध्यान से पढ़ें। इधर-उधर बेवजह तांका झांकी न करें। ध्यान लगाकर प्रश्नपत्र हल करें।

-परीक्षा से पहले अपने रोल नंबर की प्रैक्टिस शब्दों और अंकों में जरूर कर लें।

-परीक्षा के दौरान अपनी उत्तर पुस्तिका के हर पन्ने पर अपना रोल नंबर और उत्तर पुस्तिका का सीरियल नंबर जरूर लिखें। प्रश्नपत्र में कुछ न लिखें और टिक भी न लगाएं।

-परीक्षा के लिए ट्रांसपेरेंट बैग का इस्तेमाल करें और उसमें प्रवेश पत्र, नए स्केल, पेंसिल वगैरह के अलावा कोई दूसरा सामान न रखें। एक्स्ट्रा नीला व काला पेन रखें। हरे पेन का इस्तेमाल बायॉलजी में किया जा सकता है।

ओएमआर शीट को लेकर ध्यान रखें

केवल काले या नीले बॉल पॉइंट पेन से ही गोले भरें। ओएमआर प्रविष्टियां सावधानी से भरें। कटिंग व ओवरराइटिंग न करें। ओएमआर में व्हाइटनर का प्रयोग न करें। ब्लेड से खुरचे भी नहीं। हर सवाल का जवाब एक ही गोले में पूरा व स्पष्ट भरकर दें।