LUCKNOW : कोरोना संक्रमण से बचाव के लिये जारी लॉकडाउन के दौरान लखनवाइट्स को सब्जी, फल और अनाज की कमी न हो, इसके लिये सप्लाई चेन की निरंतरता बेहद जरूरी थी। लखनऊ मंडी समिति ने इस काम को बखूबी निभाया। इतना ही नहीं, लॉक डाउन प्रोटोकॉल का भी पूरी तरह से पालन कराया गया। इसके लिये अधिकारियों ने लखनऊ मंडी मॉडल तैयार किया। जिसकी देशभर में तारीफ हो रही है। क्या है यह मॉडल और इसमें किये गए इंतजाम, इसके बारे में लखनऊ मंडी के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर संजय सिंह से बात की दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के डिप्टी चीफ रिपोर्टर पंकज अवस्थी ने। पेश है इसी बातचीत के प्रमुख अंश-

सवाल: लखनऊ मंडी मॉडल की देशभर में तारीफ हो रही है, आखिर इसके तहत क्या बदलाव किये गए?

जवाब: लखनऊ में हमारी दो बड़ी मंडियां दुबग्गा व नवीन गल्ला मंडी, अलीगंज हैं, इन दोनों मंडियों में हमने पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगाए। साथ ही दोनों मंडियों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए, जिनकी फीड अलीगंज मंडी में बनाए गए कंट्रोल रूम में आती है। जहां से इन दोनों मंडियों पर नजर रखी जाती है। जहां भी भीड़ नजर आती है, सचल दल भेजकर उसे हटाकर व्यवस्थित किया जाता है।

सवाल: सब्जी-फल की बिक्री के लिये क्या कोई टाइमटेबल भी निर्धारित किया है?

जवाब: लॉक डाउन प्रोटोकॉल में सोशल डिस्टेंसिंग पर विशेष जोर दिया गया है। इसलिए, मंडियों में भीड़ कम करने के लिये हमने फल-सब्जी की बिक्री के लिये तीन समय निर्धारित किये हैं। सब्जी की बिक्री के लिये रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक का समय निर्धारित है। इसके बाद मंडी को सेनेटाइज किया जाता है। सुबह 8.30 बजे से 12.30 बजे तक फल की बिक्री की जाती है। उसके बाद दोपहर एक बजे से चार बजे तक तरबूज, खरबूजा और खजूर की बिक्री की जाती है। इसकी वजह से हम मंडियों में भीड़ को काबू में करने में सफल रहे।

सवाल: मंडियों में भारी भीड़ उमड़ रही है, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिये और क्या इंतजाम किये गए हैं?

जवाब: दोनों मंडियों में गेट पर प्रवेश से पहले सभी व्यापारियों के हाथ धुलवाये जाते हैं। स्क्रीनिंग की जाती है। सभी दुकानों के बाहर गोले बनाए गए हैं, जिन पर खड़े होकर ही व्यापरी खरीदारी कर सकते हैं। इसके अलावा जो भी व्यापारी मंडी में बिना मास्क के मिलेगा, उस पर एक हजार रुपये का जुर्माना करते हैं। जो भी दुकानदार बिना मास्क के मिलता है, उस पर पांच हजार का जुर्माना किया जा रहा है। इससे यह स्थिति बनी है कि सभी व्यापारी व दुकानदार मास्क लगाए रहते हैं और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हैं।

सवाल: मंडी में अनाज, सब्जी व फल की उपलब्धता बनी रहे, इसके लिये क्या कदम उठाए गए हैं?

जवाब: हम लोग हर रोज सभी सामानों के स्टॉक की रिपोर्ट लेते हैं। हमारी लगातार व्यापारियों से बातचीत होती रहती है। अगर कहीं इन सामानों की गाड़ी रोके जाने की सूचना मिलती है तो संबंधित जिलों के अधिकारियों से बात करके उन्हें रवाना करवाया जाता है। यही वजह है कि लॉकडाउन के दौरान मंडी में किसी भी चीज की कमी नहीं पड़ने दी गई और सभी सामानों की कीमतें भी काबू में रहीं।