- बढ़ी हुई फीस पर दोबारा से विचार करने का तैयार हुआ स्कूल मैनेजमेंट

- अभिभावक पिछले कई दिनों से स्कूल प्रशासन की मनमानी के खिलाफ कर रहे थे प्रदर्शन

- अभिभावकों ने स्कूल प्रशासन की मनमानी के खिलाफ सीएम, गवर्नर तक से की थी शिकायत

LUCKNOW: गोमती नगर स्थित सेठ एमआर जयपुरिया स्कूल प्रशासन ने अभिभावकों के दबाव में फीस कम करने की तैयारी शुरू कर दी है। स्कूल प्रशासन की ओर से अभिभावकों को भेजे गए सूचना में दोबारा से सभी क्लासेस की फीस को दोबारा से रिस्ट्रक्चर करने पर सहमति दे दी है। स्कूल प्रशासन की ओर से मनमाफिक फीस बढ़ोत्तरी से स्कूल में पढ़ने वाले सभी बच्चों के अभिभावक काफी नाराज थे। जिसके बाद नाराज अभिभावकों ने स्कूल प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। इस बड़ी में अभिभावकों ने स्कूल प्रशासन के सामने प्रदर्शन किया। साथ ही स्कूल प्रशासन के मनमाफिक फीस बढ़ोत्तरी के खिलाफ सीएम अखिलेश यादव, गवर्नर राम नाईक यहां तक कि कोर्ट तक में इसकी शिकायत दर्ज कराई थी।

अभिभावकों के सामने झुका स्कूल प्रशासन

बुधवार को स्कूल प्रशासन की ओर से सभी अभिभावकों को फोन पर भेजे गए एसएमएस के माध्यम से दोबारा से फीस तय करने की बात कही गई है। स्कूल प्रशासन की ओर से जारी इस एसएमएस में कहा गया है कि वह क्लास एक से 12 तक की बढ़ी फीस को दोबारा से रिस्ट्रक्चर करने को तैयार है। स्कूल का कहना है कि जल्द ही नई फीस सभी अभिभावकों भेज दिया जाएगा। स्कूल ने हालांकि इसके लिए 24 अप्रैल तक का समय मांगा गया हैं।

स्कूल प्रशासन ने बढ़ा दी थी 18 प्रतिशत फीस

ज्ञात हो कि जयपुरिया स्कूल प्रशासन ने क्लासेस को वातानुकुलित कराने को लेकर फीस में 18 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी कर दी थी। जिसे अभिभावकों में काफी रोष था। इसे नाराज अभिभावकों का कहना था कि स्कूल प्रबंधन ने आईसीएसई बोर्ड के नियमों के तहत 8 से 10 प्रतिशत की ही वृद्धि होनी चाहिए थी। लेकिन प्रिंसिपल ने इंफ्रास्ट्रक्चर, डेवलपमेंट और क्लासेस में एसी लगाने का तर्क देकर फीस 50 प्रतिशत तक बढ़ोत्तरी की गई है। जबकि स्कूल प्रशासन का दावा है कि फीस में अधिकतम 21 प्रतिशत की ही वृद्धि की गई है। 50 प्रतिशत की वृद्धि किसी भी क्लासेस के फीस में नहीं हुई है।