2 हजार से अधिक ज्वैलरी शॉप राजधानी में

200 करोड़ बिजनेस रहता अक्षय तृतीया पर

8 से 10 करोड़ ही रह गया अब बिजनेस

- कोविड के चलते ज्वैलरी व्यापारियों ने बदला मार्केटिंग ट्रेंड

- होम डिलीवरी नहीं, बुकिंग कराने वालों को मार्केट खुलने पर डिलीवरी

LUCKNOW: चार दिन बाद अक्षय तृतीया है। पिछले साल की तरह इस बार भी कोविड और लॉकडाउन के कारण ज्वैलरी मार्केट की चमक फीकी सी है। ज्वैलर्स परेशान जरूर हैं, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी है। कई ज्वैलर्स जहां सोशल मीडिया के माध्यम से बुकिंग कर रहे हैं। वहीं कई कस्टमर्स को ऑफर दे रहे हैं कि अभी आप बुकिंग कराएं। शॉप खुलने के बाद उसी रेट पर आपको ज्वैलरी या गोल्ड क्वाइन दिया जाएगा, जो वर्तमान में रेट हैं। कुल मिलाकर ज्वैलरी मार्केट नए ट्रेंड पर काम कर रहा है, जिससे कस्टमर्स को खासी राहत मिल रही है।

सोशल मीडिया बना सहारा

कोरोना के चलते पिछले करीब बीस दिन से सभी मार्केट बंद हैं, जिसमें ज्वैलरी मार्केट भी शामिल है। लंबे समय से मार्केट बंद होने के कारण ज्वैलर्स को खासा नुकसान उठाना पड़ रहा है। एक तरफ जहां कई ज्वैलर्स सोशल मीडिया के माध्यम से ज्वैलरी बुकिंग का प्रयास कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ कई ऐसे भी ज्वैलर्स हैं, जो हालात सामान्य होने का इंतजार कर रहे हैं। सोशल मीडिया के माध्यम से ज्वैलरी बुकिंग की बात की जाए तो 20 फीसद ज्वैलर्स वाट्सएप, फेसबुक के माध्यम से अपने पुराने कस्टमर्स से ज्वैलरी बुकिंग कराने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं कई ज्वैलर्स अपने पुराने कस्टमर्स को कॉल करके ज्वैलरी बुकिंग का प्रयास कर रहे हैं। इसके साथ ही ज्वैलर्स की ओर से अपने कस्टमर्स के माध्यम से भी बुकिंग कराने का प्रयास किया जा रहा है। अगर पुराना कस्टमर किसी नए कस्टमर के बारे में बताता है तो ज्वैलर खुद उससे कांटेक्ट कर ज्वैलरी संबंधी डिटेल देता है। कुछ ज्वैलर्स तो ज्वैलरी संबंधी ब्रॉशर तक कस्टमर को भेज रहे हैं, जिससे कस्टमर को रेट संबंधी सही जानकारी हो सके। हालांकि ज्वैलर्स की ओर से कस्टमर को खास ऑफर्स नहीं दिए जा रहे हैं।

मिल रहा है रिस्पांस

ज्वैलर्स की मानें तो सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें कस्टमर्स का रिस्पांस भी मिल रहा है। हालांकि उस लेवल पर रिस्पांस नहीं आ रहा है, जितना मार्केट खुलने पर आता था। उनका यह भी कहना है कि अभी सिर्फ बुकिंग की जा रही है। मार्केट खुलने के बाद डिलीवरी की जाएगी। इस पर भी कस्टमर्स को कोई समस्या नहीं है। ज्वैलर्स का यह भी कहना है कि इस समय ज्यादातर लोग बुकिंग इसलिए भी करा रहे हैं क्योंकि आने वाले समय में गोल्ड इत्यादि महंगा हो सकता है। इस वजह से भी कस्टमर्स अभी ज्वैलरी की बुकिंग करा रहे हैं।

8 करोड़ रह गया बिजनेस

हर साल अक्षय तृतीय पर ज्वैलरी मार्केट का बिजनेस करीब 200 करोड़ के आसपास जाता था, लेकिन अब स्थिति बेहद खराब है। पिछले साल और इस साल की बात की जाए तो कारोबार सिर्फ 8 से 10 करोड़ के आसपास ही रह गया है। पहले एक दुकान औसतन प्रतिदिन एक लाख तक का बिजनेस कर लेती थी, लेकिन पिछले साल की तरह इस बार भी मार्केट बंद होने से मार्केट को खासा नुकसान हो रहा है, जिसकी वजह से ज्वैलर्स परेशान हैं।

हिम्मत नहीं हारी

भले ही बिजनेस डाउन हो गया हो, लेकिन ज्वैलर्स ने हिम्मत नहीं हारी है। ज्वैलर्स का कहना है कि जैसे ही मार्केट खुलेगी, स्थिति फिर से बेहतर होगी। एक बार फिर से ज्वैलरी मार्केट में कस्टमर्स की भीड़ नजर आएगी। ज्वैलर्स का यह भी कहना है कि कोविड से सभी की सेफ्टी के लिए मार्केट बंद होना जरूरी था, इस वजह से सभी व्यापारियों ने खुद ही मार्केट बंद करने का निर्णय लिया है।

वर्जन

यह बात सही है कि सोशल मीडिया के माध्यम से ज्वैलरी बुकिंग का प्रयास कर रहे हैं। पब्लिक का सकारात्मक रिस्पांस भी आ रहा है। हम अपने कांटेक्ट्स के माध्यम से भी ज्वैलरी बुकिंग का प्रयास कर रहे हैं। उम्मीद है कि हालात जल्द बेहतर होंगे।

अजय अग्रवाल, ओनर, ज्वेल पैलेस महानगर

कोविड के चलते मार्केट बंद है, ऐसे में सोशल मीडिया के माध्यम से ही बुकिंग कर रहे हैं। अभी बुकिंग जरूर कर रहे हैं, लेकिन डिलीवरी मार्केट खुलने के बाद ही की जाएगी। इस पर भी कस्टमर को कोई आपत्ति नहीं है।

रत्‍‌नेश कुमार अग्रवाल, अध्यक्ष, उप्र रिटेलर्स एसोसिएशन

अभी तो हम सिर्फ हालात सामान्य होने का इंतजार कर रहे हैं। फिलहाल अभी तो हमने सोशल मीडिया के माध्यम से बुकिंग नहीं शुरू की है। आगे देखते हैं क्या करना है।

निखिल, स्वर्णमनी ज्वैलर्स, महानगर