लखनऊ (ब्यूरो)। एलडीए द्वारा जनेश्वर मिश्र पार्क में विकसित किये जाने वाले जुरासिक पार्क में डायनासोर, किंग कॉग व मैमथ आदि के रियल साइज मॉडल लगाये जाएंगे। यह मॉडल अत्याधुनिक सेंसरों से लैस होंगे, जिससे कि दर्शक डायनासोर के ब्रीथिंग व साइंड इफेक्ट के साथ मूवमेंट का भी आनंद ले सकेंगे।

लेआउट का प्रेजेंटेशन

एलडीए वीसी डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि जुरासिक पार्क का निर्माण पीपीपी मॉडल पर कराया जा रहा है तथा इसके निर्माण में निष्प्रयोज्य वस्तुओं जैसे कि गाड़ियों के स्क्रैप व टायर इत्यादि का प्रयोग किया जाएगा। इसमें डायनासोर की विभिन्न प्रजातियों के रियल साइज मॉडल होंगे साथ ही कई मीटर लंबी सुरंग बनायी जाएगी, जिसमें प्रवेश करते ही लोगों को प्राचीन काल की गुफा का अनुभव होगा।

ये सुविधाएं होंगी डेवलप

पार्क में आगंतुकों के लिए आकर्षक एंट्री गेट, पाथ-वे, फेन्सिंग, सेल्फी प्वाइंट्स व कैफेटेरिया आदि भी बनाये जाएंगे। इसके अलावा पार्क के एक हिस्से में री-क्रिएशनल स्पेस विकसित किया जाएगा, जहां लोग आराम से बैठकर आसपास के रोमांचक नजारें ले सकेंगे। प्रेजेंटेशन के दौरान वीसी द्वारा अधिकारियों व कंपनी के प्रतिनिधियों को निर्देशित किया गया कि जुरासिक पार्क के निर्माण में सिविल का कार्य कम से कम किया जाए तथा पार्क में लगे पेड़-पौधों से किसी भी तरह की छेड़छाड़ न की जाए। जिससे कि पार्क में आने वाले लोगों को प्राकृतिक माहौल मिले।

मनोरंजक के साथ शिक्षाप्रद भी

वीसी ने कहा कि जुरासिक पार्क को इस तरह विकसित किया जाए कि यह मनोरंजक के साथ शिक्षाप्रद भी हो। पार्क में आने वाले आंगतुक डायनासोर की उत्पत्ति से लेकर विलुप्त होने तक की पूरी कहानी से रूबरू हो सकें। इसके लिए सही स्थानों को चिन्हित करके वहां साइनेज बोर्ड लगाये जाएं और उनमें डायनासोर से सम्बंधित समस्त जानकारी दर्ज की जाए। वीसी ने बताया कि जुरासिक पार्क के निर्माण के लिए कराये गये टेंडर की टेक्निकल बिड खोली जा चुकी है तथा तकनीकी मूल्यांकन के बाद जल्द ही काम शुरू करा दिया जाएगा। इस अवसर पर वित्त नियंत्रक दीपक सिंह, अधिशासी अभियंता-उद्यान संजय जिंदल, अधिशासी अभियंता केके बंसला आदि मौजूद रहे।