लखनऊ (ब्यूरो)। नए साल के अवसर पर केजीएमयू को 15 करोड़ रुपए का तोहफा मिला है, जिसके तहत संस्थान में लेटेस्ट 3-टेस्ला एमआरआई मशीन स्थापित की जायेगी। ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के साथ इसको लगाने की कवायद शुरू हो गई है। काम पूरा होते ही मशीन लगा दी जायेगी। ऐसे में बारीक से बारीक जानकारी भी जांच से हासिल हो सकेगी, जिससे मरीजों का बेहतर ट्रीटमेंट हो सकेगा।

एडवांस मशीन का मिलेगा फायदा

केजीमयू में रोजाना 5 हजार से अधिक मरीज इलाज कराने आते है, जिसमें गंभीर मरीज भी शामिल होते हैं। वहीं, रोजाना 100 से अधिक मरीजों को एमआरआई जांच लिखी जाती है, जिसमें गंभीर मरीजों की संख्या सर्वाधिक होती है। संस्थान में इस समय एक पीपीई मॉडल से मिली मशीन समेत दो एमआरआई मशीन हैं। हालांकि, इसके बावजूद रोजाना महज 40 एमआरआई ही हो पाते हैं, जिसकी वजह से 8-10 दिनों तक की वेटिंग चल रही है। इसी समस्या को देखते हुए अब 3-टेस्ला एमआरआई मशीन का ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह शताब्दी फेज 1 अस्पताल में किया गया है। मशीन के 3-4 महीने की अवधि में एक्टिव होने की उम्मीद है।

हर जानकारी का पता चल सकेगा

रेडियोडायग्नोसिस विभाग के एचओडी प्रो। अनित परिहार ने बताया कि वीसी डॉ। बिपिन पुरी के प्रयासों से 3-टेस्ला एमआरआई मशीन लगने जा रही है। यह मशीन रोगियों के लिए बहुत मददगार होगी, क्योंकि यह सीधे संस्थान के नियंत्रण में होगी। इसकी मदद से अति गंभीर केस को और बेहतर तरीके से डील किया जा सकेगा। इसके अलावा, इसका मैग्नेट सबसे पावरफुल है। इसकी मदद से सिग्नल ज्यादा बेहतर तरीके से आता है। जिससे स्पेशल रेज्यूलूशन की मदद से बारीक से बारीक चीजें देखी जा सकती है। साथ ही, यह इतनी तेजी से काम करता है कि समय का पता ही नहीं चलता है। वहीं, फंक्शनल इमेजिंग की सुविधा से मर्ज की अतिरिक्त जानकारी हासिल की जा सकती है। जो खास तौर पर कैंसर रोगियों में सहायक होगी। मशीन को इंस्टॉल करने का काम शुरू हो गया है। उम्मीद है कि अगले 3-4 माह के भीतर पूरा काम होने के बाद जांच शुरू हो जायेगी।

एडवांस 3-टेस्ला एमआरआई मशीन स्थापित होने वाली है। इससे मरीजों की बेहतर जांच होने से ट्रीटमेंट में फायदा मिलेगा। केजीएमयू मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा के लिए हमेशा प्रयासरत है।

-डॉ। बिपिन पुरी, वीसी, केजीएमयू