लखनऊ (ब्यूरो)। केजीएमयू के प्लास्टिक सर्जरी विभाग के डॉक्टरों ने एक युवक के कटे हाथ की जटिल सर्जरी कर उसे नया जीवन देने का काम किया है। डॉक्टरों के मुताबिक, सर्जरी के बाद युवक का हाथ सामान्य हाथ की ही तरह काम करेगा। जिससे उसे आगे के जीवन में कोई परेशानी नहीं होगी। सर्जरी के बाद मरीज पूरी तरह से ठीक है।

कलाई पूरी तरह अलग हो गई

प्लास्टिक सर्जरी विभाग के एचओडी प्रो। विजय कुमार ने बताया कि सीतापुर के उमरिया गांव निवासी राम लखन का 29 वर्षीय बेटे रोहित कुमार मजदूरी करता है। काम के दौरान जेसीबी का एक हिस्सा उसके दाहिने हाथ पर गिरने से उसकी कलाई पूरी तरह से अलग हो गई। यह घटना दोपहर करीब 12:15 बजे की थी। आननफानन में मरीज को सीतापुर जिला अस्पताल ले जाया गया। इस दौरान काफी खून बह गया था। वहीं, प्राथमिक उपचार के बाद उसे केजीएमयू के लिए रेफर कर दिया गया। यहां मरीज को प्लास्टिक एवं रिकंस्ट्रक्टिव सर्जरी विभाग में लाया गया। यहां जरूरी जांचे करने के बाद मरीज को तुरंत ऑपरेशन करने की सलाह दी। परिवारीजन ऑपरेशन कराने को राजी हो गए।

10 घंटा चली सर्जरी

सर्जरी के दौरान डॉक्टरों ने सबसे पहले कटे हुए हिस्से की सफाई की। उसके बाद मरीज के हाथ की धमनियों, शिराओं, तंतुओं व नसों को माइक्रोस्कोप की मदद से जोड़ने की प्रक्रिया को शुरू किया गया। सर्जरी में करीब 10 घंटे का समय लगा। डॉ। विजय कुमार ने बताया कि मरीज अब पूरी तरह स्वस्थ्य है। कटा हाथ पूरी तरह जुड़ चुका है। उन्हें जरूरी निर्देशों के साथ डिस्चार्ज कर दिया गया है। सर्जरी टीम में डॉ। संध्या पांडेय, डॉ। किरण सिलवाल, डॉ। काव्या समेत अन्य लोग शामिल रहे।

अंग कटने पर ये करें

- कटे हुए भाग को साफ कपड़े में लपेटकर प्लास्टिक की थौली में रखें

- प्लास्टिक थैली को चारों तरफ बर्फ में रखें

- कटे हुए हिस्से पर साफ कपड़ा बांधें ताकि ब्लीडिंग न हो

- कटे हुए अंग को जोड़ने का गोल्डन पीरियड 6-8 घंटा है

- अंग कटने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें