लखनऊ (ब्यूरो)। शटरिंग मिस्त्री रणधीर उर्फ पप्पू ने बताया कि शुक्रवार रात साढ़े आठ बजे पत्नी उमा बेटी पारुल के साथ जानवरों को चारा देने गई थी। गैस पर दूध चढ़ा था, इसलिए पत्नी बीच रास्ते से ही घर लौट आई। रणधीर के अनुसार जब काफी देर बाद बेटी नहीं लौटी तो पत्नी ने इसके बारे में उन्हें बताया। वे रातभर छोटे भाई आशीष के साथ उसकी तलाश करते रहे।

मिला खून से लतपथ शव

रणधीर के अनुसार सुबह जब वे बेटी को खोजते हुए अमर सिंह के खेत पर पहुंचे तो वहां बेटी का खून से लतपथ शव मिला। इंस्पेक्टर अखिलेश मिश्रा ने बताया कि मृतका के सिर पर चोट के निशान हैं। अंदेशा है कि भारी चीज से वार कर उसकी हत्या की गई है। पीएम रिपोर्ट से पता चल जाएगा कि हत्या किस चीज से की गई है। वहीं इस मामले में पारुल के पिता ने गांव के ही अनिल यादव पर हत्या का केस दर्ज कराया है। अनिल घर से गायब है और पुलिस उसकी तलाश में छापेमारी कर रही है।

करीबियों पर गहराया शक

वहीं ग्रामीणों के बीच चर्चा है कि पारुल की हत्या में कोई करीबी ही शामिल है। ग्रामीणों को इस पूरे मामले की भनक तभी लगी जब पारुल का शव खेत में मिला। वहीं पुलिस ने इस मामले में पारुल के पिता और चाचा का बयान दर्ज किया है। दोनों की बातों में विरोधाभास नजर आ रहा है।

कई बिंदुओं पर हो रही जांच

इस पूरे मामले में पुलिस प्रेम प्रसंग से लेकर रंजिश तक के पहलुओं को आधार बनाकर जांच कर रही है। गांव में कोई भी इस बारे में खुलकर नहीं बोल रहा है। कुछ ग्रामीण यह चर्चा करते जरूर सुने गए कि पारुल के घर से निकलने के कुछ देर बाद ही उसके पिता और चाचा भी घर से निकले थे। वहीं चर्चा तो यह भी हो रही है, कि पुलिस ने पारुल के पिता को हिरासत में लेकर पूछताछ की है। हालांकि पुलिस इससे इंकार कर रही है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में अभी किसी को हिरासत में नहीं लिया गया है।