लखनऊ (ब्यूरो)। अपनी संपत्तियों के निस्तारण और डेवलपमेंट से जुड़ी योजनाओं को गति देने के लिए एलडीए की ओर से बड़ा कदम उठाने की तैयारी की गई है। इसके अंतर्गत एलडीए की ओर से अब फॉरेन इंवेस्टर्स को राजधानी लाने की तैयारी हो रही है। खास बात यह है कि फॉरेन इंवेस्टर्स से बेहतर संवाद स्थापित करने के लिए एलडीए में ट्रांजेक्शन एडवाइजर नियुक्त किया जाएगा। इस प्रस्ताव को बोर्ड मीटिंग में रखा जाएगा और प्रस्ताव पास होते ही एडवाइजर की नियुक्ति की जाएगी।

यह है योजना

एलडीए की ओर से योजना बनाई गई है कि राजधानी के डेवलपमेंट की जो योजनाएं बनाई जा रही हैैं, उनके लिए फॉरेन इंवेस्टर्स को आमंत्रित किया जाए। इसके दो फायदे होंगे। एक तो डेवलपमेंट से जुड़े कार्यों को नई दिशा और गति मिलेगी, वहीं दूसरी तरफ शहर में क्या-क्या डेवलपमेंट कार्य हो रहे हैैं, इसका प्रचार अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर होगा। इस समय एलडीए अपनी संपत्तियों के निस्तारण का भी प्रयास कर रहा है। रिक्त फ्लैट्स ग्रुप में उठ सकें, इसके लिए भी फॉरेन इंवेस्टर्स को लुभाया जाएगा।

यहां ली जाएगी मदद

प्राधिकरण की ओर से फॉरेन इंवेस्टर्स की मदद मुख्य रूप से बड़े प्रोजेक्ट्स में ही ली जाएगी। जैसे होटल, मॉल्स, शॉपिंग कॉम्प्लैक्स या बड़ी डेवलपमेंट योजना आदि। इसके साथ ही एलडीए की ओर से तैयार महायोजना 2031 को लेकर भी फॉरेन इंवेस्टर्स को बुलाया जाएगा। चूंकि महायोजना प्राधिकरण का एक बड़ा प्रोजेक्ट है। इतना ही नहीं, इंवेस्टर्स को यह भी बताया जाएगा कि वह किस तरह से इन योजनाओं में इंवेस्ट कर सकते हैैं और उन्हें किस तरह से लाभ मिलेगा। इसकी जिम्मेदारी एडवाइजर को दी जाएगी।

ये भी है प्रयास

इतना ही नहीं, ऐसे प्रोजेक्ट्स भी फॉरेन इंवेस्टर्स के सामने रखे जाएंगे, जो बड़े आवासीय या कॉमर्शियल प्रोजेक्ट्स हैैं लेकिन लंबे समय से उनकी बिक्री नहीं हो रही है। कुल मिलाकर एलडीए का यही प्रयास है कि ऐसी बड़ी संपत्तियों का जल्द से जल्द निस्तारण किया जा सके, जो लंबे समय से अनिस्तारित हैैं।

ट्रांजेक्शन एडवाइजर का मुख्य रोल

एलडीए की ओर से तैनात किए जाने वाले ट्रांजेक्शन एडवाइजर का रोल मुख्य होगा। एडवाइजर की मुख्य जिम्मेदारी होगी कि वे प्राधिकरण को बताए कि किस तरह से फॉरेन इंवेस्टर्स को बुलाया जा सकता है और कौन सी योजना उनके लिए मुफीद है। इसके साथ ही एडवाइजर को यह भी बताना होगा कि किस तरह से एलडीए की अनिस्तारित संपत्तियों को फॉरेन इंवेस्टर्स के सामने रखा जाए। जिससे संपत्तियों का जल्द निस्तारण किया जा सके और प्राधिकरण को राजस्व संबंधी लाभ पहुंचे।

फॉरेन इंवेस्टर्स को मौका देने के लिए एलडीए में ट्रांजेक्शन एडवाइजर नियुक्त करने संबंधी तैयारी चल रही है। हमारा उद्देश्य यही है कि बड़ी योजनाओं के लिए फॉरेन इंवेस्टर्स को आमंत्रित किया जाए। इसके साथ ही प्राधिकरण की बड़ी अनिस्तारित संपत्तियों का निस्तारण कराया जा सके।

-डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, वीसी, एलडीए