लखनऊ (ब्यूरो)। अगले वर्ष होने वाले ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट से पहले ही लखनऊ में निवेश की संभावनाओं को तलाशने के लिए मल्टीनेशनल कंपनियों ने दस्तक देनी शुरू कर दी है। समिट से पहले ही जहां एलडीए भूमि बैंक तैयार करने में जुटा है, वहीं मल्टीनेशनल कंपनी प्राइम लोकेशन की जमीन तलाश रही हैं। एक कंपनी ने एलडीए से सीजी सिटी में डेटा सेंटर खोलने के लिए संपर्क किया है। सीजी सिटी के सेक्टर चार में यह जमीन भी कंपनी को चिन्हित कराई गई है।

युवाओं को मौका

आईटी सेक्टर के युवाओं को अवसर देने के लिए डेटा सेंटर स्थापित करने की तैयारी हो रही है। कंपनी के डेटा सेंटर दक्षिण भारत के कई शहरों में है। एचसीएल के आसपास कंपनी डेटा सेंटर खोलने की तैयारी कर रही है। इसके लिए कंपनी के प्रतिनिधियों ने एलडीए वीसी डा। इंद्रमणि त्रिपाठी से संपर्क किया है। वीसी के आदेश पर तहसीलदार विवेक शुक्ल ने सीजी सिटी में उपलब्ध कामर्शियल भूखंड की डिटेल कंपनी को उपलब्ध भी करा दी है। जल्द ही कंपनी भूखंड की खरीद की प्रक्रिया को पूरा करेगी।

दो चरणों में कब्जा देने की तैयारी

बसंत कुंज के सेक्टर एन में बन रहे प्रधानमंत्री आवास योजना के आवंटियों को एलडीए दो चरणों में कब्जा देने की तैयारी कर रहा है। सेक्टर एन में 2256 फ्लैटों का निर्माण अक्टूबर तक पूरा होना था। इसके लिए आवंटियों का चयन पहले ही हो चुका है। इसमें से 1056 फ्लैट बनकर तैयार हो गए हैं जबकि एक हजार शेष फ्लैटों का काम मंडलायुक्त डा। रोशन जैकब के आदेश के बाद तेजी से हो रहा है। यह काम फरवरी 2023 तक पूरा होगा। ऐसे में एलडीए इस समय तैयार हो चुके 1056 फ्लैटों की बुनियादी सुविधाओं का विकास कर दिसंबर में इसका कब्जा देने की तैयारी कर रहा है।

एलडीए भरेगा गड्ढे

शहर में एलडीए अपनी सड़कों के गड्ढों को जल्द भरेगा। एलडीए की कुल 96 सड़कें हैं, इनकी लंबाई 140.12 किलोमीटर है। इसमें से 5.79 किलोमीटर सड़क को गड्ढामुक्त किया जाना है। शासन में इसे लेकर एक बैठक भी हुई थी। वीसी डा। इंद्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि एलडीए 4.45 किलोमीटर गड्ढे पर पक्के पैच भर रहा है।

ग्रीन कॉरीडोर को लेकर तेजी

एलडीए की ओर से ग्रीन कॉरीडोर को लेकर भी काम शुरू कर दिया गया है। एक तरफ जहां दीपावली के आसपास इस प्रोजेक्ट को शुरू करने की तैयारी की जा रही है, वहीं दूसरी तरफ इस प्रोजेक्ट के दोनों तरफ किस तरह से आवासीय और कॉमर्शियल प्रोजेक्ट्स को डेवलप किया जाएगा, उसको लेकर भी फील्ड स्तर पर प्रयास शुरू कर दिए गए हैंं। एलडीए प्रशासन का प्रयास यही है कि कॉरीडोर के आसपास लोगों को बेहतर सुविधाएं मिलें। वहीं दूसरी तरफ एलडीए प्रशासन की ओर से अवैध निर्माणों के खिलाफ भी नए सिरे से अभियान चलाने की रूपरेखा तैयार की गई है। इसके लिए जोनवार टीमों का गठन किया जा रहा है।