- अप्रैल में एक व जुलाई में खाली होगी 13 सीट

- सपा होगी मजबूत, युवाओं को मिलेगा मौका

LUCKNOW: विधानपरिषद की 36 में से 31 सीट पर कब्जा जमाने के बाद समाजवादी पार्टी की निगाह अब अगले जुलाई तक खाली होने जा रही 14 विधान परिषद सीटों पर है। इसमें मनोनयन की एक सीट सात अप्रैल को खाली हो रही है जबकि छह जुलाई को 13 सीटें खाली हो रही हैं। तिलक चंद्र अहिरवार का कार्यकाल अगले महीने की सात तारीख को पूरा हो रहा है।

जुलाई में खाली हो जाएगी 13 और सीट

छह जुलाई को 13 सीटें रिक्त हो जाएंगी। इसमें बलराम यादव, नसीब पठान, हृदय नारायण दीक्षित, रिशि पाल, बुक्कल नवाब शामिल हैं। इन सीटों पर एक बार फिर से लोगों की निगाहें हैं। कहा जा रहा है कि स्थानीय प्राधिकारी क्षेत्र की सीटों की बदौलत सबसे अधिक युवाओं को उच्च सदन में पहुंचाने वाली समाजवादी पार्टी एक बार फिर युवाओं को मौका दे सकती है। इसके लिए अभी से जोड़ तोड़ और जुगाड़ भी लगने शुरू हो गये हैं।

विधानसभा क्षेत्र के आधार पर होता है चुनाव

विधान परिषद का यह चुनाव विधानसभा क्षेत्र के आधार पर होता है। इसमें विधायकों की संख्या के हिसाब से विधान परिषद सदस्यों का चुनाव किया जाता है। जिन 13 सीटों पर चुनाव होने हैं उसमें फिलहाल सात सीटें बीएसपी के पास, चार सीटें सपा के पास और एक-एक सीट कांग्रेस और बीजेपी के पास हैं। मनोनीत क्षेत्र की सीट बसपा के तिलक चंद्र अहिरवार के पास हैं।

पांच सीटें अभी भी हैं रिक्त

विधान परिषद में कुल सदस्यों की संख्या 100 है। मौजूदा समय में 95 मेंबर हैं। पांच सीटें रिक्त हैं। इन पांच सीटों के लिए सरकार की ओर से गवर्नर को लिस्ट भेजी गयी थी, जिसे गवर्नर ने विभिन्न कारणों से रोक दिया था। मौजूदा समय में 95 सीटों में 57 सीटें सपा के पास हैं जबकि बसपा के पास 16 सीटें हैं। बीजेपी के पास सात और कांग्रेस के पास 2 मेंबर हैं। शिक्षक दल के सात और निर्दल के सात मेंबर विधान परिषद में हैं।